तकनीकी प्रगति के इस तीव्र गति युग में, लगता था कि जीवन आसान हो जाएगा, पर अनेक लोग दैनिक जीवन के तनावों से अत्यधिक परेशान हैं। उनके पास तनाव मुक्त होने के लिए या अपनी समस्याओं का समाधान खोजने के लिए समय मुश्किल से बचता है। आधुनिक पाठक की अवस्था को सहानुभूतिपूर्वक समझकर, संत राजिन्दर सिंह जी महाराज ने हमें यह बहुमूल्य पुस्तक दी है। इसमें भगवान बुद्ध, लियोनार्दो दा विन्सी, मौलाना रूमी, थाॅमस एडीसन, मदर टेरेसा और अनेक दूसरे लोगों से जुड़े किस्से हैं।
हर एक कहानी, जो वे बताते हैं, में विवेक का एक मोती है जिसे दिल में बैठाना है तथा जीवन में ढालना है और वह हमें जाग्रत कर सकता है, हमारे जीवन में खुशियाँ भर सकता है। इस पुस्तक के साथ समय बिताकर हमें उन संतोंµमहात्माओं के वचनों को पढ़ने का एक मौका मिलता है, जो सदियों से मानवता की सेवा के लिए आते रहें।
यह संग्रह संत राजिन्दर सिंह जी के विभिन्न सत्संगों से चुना गया है जोकि इन्होंने पिछले कई वर्षों में भारत और अमरीका के कुछ मुख्य ध्यानाभ्यास केन्द्रों पर किए थे। इन विवेकपूर्ण कहानियों और इनके आधारभूत संदेशों को इस प्रकार पेश किया गया है कि उनमें हास्य, प्रेम, विवेक और आम सहज बुद्धि का सही मिश्रण हो।
आध्यात्मिक मोती
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तकनीकी प्रगति के इस तीव्र गति युग में, लगता था कि जीवन आसान हो जाएगा, पर अनेक लोग दैनिक जीवन के तनावों से अत्यधिक परेशान हैं। उनके पास तनाव मुक्त होने के लिए या अपनी समस्याओं का समाधान खोजने के लिए समय मुश्किल से बचता है। आधुनिक पाठक की अवस्था को सहानुभूतिपूर्वक समझकर, संत राजिन्दर सिंह जी महाराज ने हमें यह बहुमूल्य पुस्तक दी है। इसमें भगवान बुद्ध, लियोनार्दो दा विन्सी, मौलाना रूमी, थाॅमस एडीसन, मदर टेरेसा और अनेक दूसरे लोगों से जुड़े किस्से हैं।
हर एक कहानी, जो वे बताते हैं, में विवेक का एक मोती है जिसे दिल में बैठाना है तथा जीवन में ढालना है और वह हमें जाग्रत कर सकता है, हमारे जीवन में खुशियाँ भर सकता है। इस पुस्तक के साथ समय बिताकर हमें उन संतोंµमहात्माओं के वचनों को पढ़ने का एक मौका मिलता है, जो सदियों से मानवता की सेवा के लिए आते रहें।
यह संग्रह संत राजिन्दर सिंह जी के विभिन्न सत्संगों से चुना गया है जोकि इन्होंने पिछले कई वर्षों में भारत और अमरीका के कुछ मुख्य ध्यानाभ्यास केन्द्रों पर किए थे। इन विवेकपूर्ण कहानियों और इनके आधारभूत संदेशों को इस प्रकार पेश किया गया है कि उनमें हास्य, प्रेम, विवेक और आम सहज बुद्धि का सही मिश्रण हो।
Additional information
Author | Rajinder Singh |
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ISBN | 9789350831441 |
Pages | 56 |
Format | Paper back |
Language | Hindi |
Publisher | Diamond Magazine |
ISBN 10 | 9350831449 |