क्यों मेरा बच्चा अशिष्ट व्यवहार करता है
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मनुष्य जीवन की सबसे मधुर और अनोखी उपलब्धि माता-पिता होना है। अपने संतान के प्रति आपका प्यार और दुलार जब ज्यादा हो जाता है तो वह सही रास्ते से भटकता दिखायी देता है। वह अशिष्ट व्यवहार करने लगता है। इस स्थिति में आपके बच्चे की देखभाल बहुत चुनौतीपूर्ण हो जाती है। यही कारण है कि हमेशा से बच्चों की देखभाल (पैरेटिंग) माता-पिता को परेशान करती आयी है। विशेषज्ञों ने भी इस पर अलग-अलग मत और सिद्ध दिये हैं। यह समस्या इतनी बड़ी नहीं, जितनी दिखती है तथा उपाय भी उतने बुरे और जटिल नहीं, जितने दिखते हैं। सच तो यह है कि सही और आदर्श पैरेंटिंग के लिए अनुशासन सबसे आवश्यक है लेकिन महत्त्वपूर्ण तथ्य यह है कि इसे ऊपर से नहीं थोपा जाना चाहिए। साथ ही अतिरिक्त लाड़-प्यार और कठोरता दोनों ही सही नहीं है। यही इस पुस्तक का मूल विषय है।
क्यों आपका बच्चा अशिष्ट व्यवहार करता है? के रूप में आपके पास एक ऐसा मंत्रा है जिससे आपकी समस्त भ्रांतियां दूर हो सकती हैं। आपका बच्चा इतना नाजुक नहीं है कि उसे सुधरा नहीं जा सकता। डा. सुनील वैद के अनुभवों का लाभ उठाइए। अपने बच्चे को अशिष्ट व्यवहार करने से रोकें और एक सफल और कामयाब बच्चे के गौरवपूर्ण माता-पिता बनिये।
Additional information
Author | Dr. Sunil Vaidya |
---|---|
ISBN | 9788128839047 |
Pages | 144 |
Format | Paperback |
Language | Hindi |
Publisher | Diamond Publication |
ISBN 10 | 8128839047 |
मनुष्य जीवन की सबसे मधुर और अनोखी उपलब्धि माता-पिता होना है। अपने संतान के प्रति आपका प्यार और दुलार जब ज्यादा हो जाता है तो वह सही रास्ते से भटकता दिखायी देता है। वह अशिष्ट व्यवहार करने लगता है। इस स्थिति में आपके बच्चे की देखभाल बहुत चुनौतीपूर्ण हो जाती है। यही कारण है कि हमेशा से बच्चों की देखभाल (पैरेटिंग) माता-पिता को परेशान करती आयी है। विशेषज्ञों ने भी इस पर अलग-अलग मत और सिद्ध दिये हैं। यह समस्या इतनी बड़ी नहीं, जितनी दिखती है तथा उपाय भी उतने बुरे और जटिल नहीं, जितने दिखते हैं। सच तो यह है कि सही और आदर्श पैरेंटिंग के लिए अनुशासन सबसे आवश्यक है लेकिन महत्त्वपूर्ण तथ्य यह है कि इसे ऊपर से नहीं थोपा जाना चाहिए। साथ ही अतिरिक्त लाड़-प्यार और कठोरता दोनों ही सही नहीं है। यही इस पुस्तक का मूल विषय है।
क्यों आपका बच्चा अशिष्ट व्यवहार करता है? के रूप में आपके पास एक ऐसा मंत्रा है जिससे आपकी समस्त भ्रांतियां दूर हो सकती हैं। आपका बच्चा इतना नाजुक नहीं है कि उसे सुधरा नहीं जा सकता। डा. सुनील वैद के अनुभवों का लाभ उठाइए। अपने बच्चे को अशिष्ट व्यवहार करने से रोकें और एक सफल और कामयाब बच्चे के गौरवपूर्ण माता-पिता बनिये।
ISBN10-8128839047
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