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पं. राधाकृष्ण श्रीमाली ज्योतिष, तंत्र-मंत्र और वास्तु के स्थापित हस्ताक्षर हैं। पं. राधाकृष्ण श्रीमाली ने अपनी लेखनी से विभिन्न विषयों पर कई पुस्तकें लिखी हैं। पं. श्रीमाली की लिखी यह पुस्तक ‘ग्रह गोचर (ग्रह और फलादेश)’ ज्योतिष योगायोग पर आधारित है। इस पुस्तक के माध्यम से थोड़ा पढ़ा-लिखा व्यक्ति भी अपनी जन्मपत्री अथवा अपनी कंुडली या लग्न निकालकर अपने बारे में जानकारी प्राप्त कर सकता है। पुस्तक के आरम्भ में कुछ विशिष्ट पारिभाषिक जानकारियां दी गई हैं, तदुपरांत ग्रह योग से बनने वाले विशिष्ट योग भावानुसार दिए गए हैं। इसके अतिरिक्त इस पुस्तक में ग्रहों का मानव पर प्रभाव, नक्षत्रों के चरणाक्षर, ग्रह शांति रत्न धारण और गोचर विधान दिया गया है जिसके अनुसार आप अपने बारे में आसानी से जान सकते हैं।
Author | Radha Krishna Srimali |
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ISBN | 8171829163 |
Pages | 152 |
Format | Paperback |
Language | Hindi |
Publisher | Diamond Books |
ISBN 10 | 8171829163 |
पं. राधाकृष्ण श्रीमाली ज्योतिष, तंत्र-मंत्र और वास्तु के स्थापित हस्ताक्षर हैं। पं. राधाकृष्ण श्रीमाली ने अपनी लेखनी से विभिन्न विषयों पर कई पुस्तकें लिखी हैं। पं. श्रीमाली की लिखी यह पुस्तक ‘ग्रह गोचर (ग्रह और फलादेश)’ ज्योतिष योगायोग पर आधारित है। इस पुस्तक के माध्यम से थोड़ा पढ़ा-लिखा व्यक्ति भी अपनी जन्मपत्री अथवा अपनी कंुडली या लग्न निकालकर अपने बारे में जानकारी प्राप्त कर सकता है। पुस्तक के आरम्भ में कुछ विशिष्ट पारिभाषिक जानकारियां दी गई हैं, तदुपरांत ग्रह योग से बनने वाले विशिष्ट योग भावानुसार दिए गए हैं। इसके अतिरिक्त इस पुस्तक में ग्रहों का मानव पर प्रभाव, नक्षत्रों के चरणाक्षर, ग्रह शांति रत्न धारण और गोचर विधान दिया गया है जिसके अनुसार आप अपने बारे में आसानी से जान सकते हैं।
ISBN10-8171829163