प्रस्तुत खंड काव्य ष्नगपति मेरा वंदन ले लोष् में शुक्ल जी ने भगवान शिव का आह्वान किया है कि वे उन लोगोंको सद्बुद्धि दें जिनके हाथों में इस समस्या को सुलझाने की बागडोर है। एक विशुद्ध राजनैतिक समस्या के उपाय हेतु यह दैवीय आह्वान है कि वे इस संकल्प में राष्ट्र की सहायता करें।
ISBN10-8128810111