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शनि की ढैया, साढ़े साती के साथ अकेले शनिग्रह की एक हजार विभिन्न स्थितियों पर प्रामाणिक, रोचक फलादेश पहली बार पाठकगण इस पुस्तक के माध्यम से देख पाएंगे। ‘शनि’ व्यक्तिको रोडपति से करोड़पति, फकीर से बादशाह एक करोड़पति से खकपति, बादशाह से फकीर चुटकियों में बना देता है। शनि ग्रह को प्रसन्न किया जा सकता है? शनिदेव की प्रतिकूलता को अनुकूलता में कैसे बदला जा सकता है? इसकी सम्पूर्ण जानकारी इस पुस्तक के माध्यम से पाठकों को पहली बार प्राप्त होगी।
डॉ. भोजराज द्विवेदी
Author | Bhojraj Dwivedi |
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ISBN | 8128809393 |
Pages | 160 |
Format | Paperback |
Language | Hindi |
Publisher | Diamond Books |
ISBN 10 | 8128809393 |
शनि की ढैया, साढ़े साती के साथ अकेले शनिग्रह की एक हजार विभिन्न स्थितियों पर प्रामाणिक, रोचक फलादेश पहली बार पाठकगण इस पुस्तक के माध्यम से देख पाएंगे। ‘शनि’ व्यक्तिको रोडपति से करोड़पति, फकीर से बादशाह एक करोड़पति से खकपति, बादशाह से फकीर चुटकियों में बना देता है। शनि ग्रह को प्रसन्न किया जा सकता है? शनिदेव की प्रतिकूलता को अनुकूलता में कैसे बदला जा सकता है? इसकी सम्पूर्ण जानकारी इस पुस्तक के माध्यम से पाठकों को पहली बार प्राप्त होगी।
डॉ. भोजराज द्विवेदी
ISBN10-8128809393