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महर्षि वेदव्यास द्वारा रचित सभी अठारह पुराणों में ‘स्कंदपुराण’ सबसे वृहद पुराण है। अन्य पुराणों की अपेक्षा इस महापुराण में पौराणिक आख्यानों, शिक्षाप्रद उपाख्यानों तथा सृष्टि से संबंधित सरगर्भित गूढ़ रहस्यों को अधिक विस्तृत रूप में प्रस्तुत किया गया है। स्कंद कुमार भगवान शिव तथा भगवती पार्वती के ज्येष्ठ पुत्र हैं। इनका एक अन्य प्रसिद्ध नाम कार्त्तिकेय भी है। स्कंद का अर्थ है- संहार। पुराणों एवं अन्य धार्मिक ग्रंथोंमें स्कंद कुमारअबको देवताओं की संहारक शक्तिके रूप में प्रतिपादित किया गया है। यद्यपि स्कंद पुराण एक ‘शैवमतप्रधान’ पुराण है, तथापि इसमें भगवान् शिव के अतिरिक्त विष्णु आदि देवताओं की महिमा का भी प्रतिपादन किया गया है। भगवान राम के चरित्र का भी इस पुराण में विस्तृत वर्णन है।
Author | Dr. Vinay |
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ISBN | 8128807250 |
Pages | 184 |
Format | Paperback |
Language | Hindi |
Publisher | Sri Sri Publications Trust |
ISBN 10 | 8128807250 |
महर्षि वेदव्यास द्वारा रचित सभी अठारह पुराणों में ‘स्कंदपुराण’ सबसे वृहद पुराण है। अन्य पुराणों की अपेक्षा इस महापुराण में पौराणिक आख्यानों, शिक्षाप्रद उपाख्यानों तथा सृष्टि से संबंधित सरगर्भित गूढ़ रहस्यों को अधिक विस्तृत रूप में प्रस्तुत किया गया है। स्कंद कुमार भगवान शिव तथा भगवती पार्वती के ज्येष्ठ पुत्र हैं। इनका एक अन्य प्रसिद्ध नाम कार्त्तिकेय भी है। स्कंद का अर्थ है- संहार। पुराणों एवं अन्य धार्मिक ग्रंथोंमें स्कंद कुमारअबको देवताओं की संहारक शक्तिके रूप में प्रतिपादित किया गया है। यद्यपि स्कंद पुराण एक ‘शैवमतप्रधान’ पुराण है, तथापि इसमें भगवान् शिव के अतिरिक्त विष्णु आदि देवताओं की महिमा का भी प्रतिपादन किया गया है। भगवान राम के चरित्र का भी इस पुराण में विस्तृत वर्णन है।