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हडि्डयों के बिना शरीर की कल्पना भी अधूरी है। हडि्डयों की चहारदीवारी पर मांसपेशियों व नसों के ताने-बाने तथा त्वचा की चादर में अवयव लिपटे रहते हैं। हमारे शरीर को ढोने व छोटी-मोटी खरोंच या धक्के से कोमल अंगों को बचाने का काम हडि्डयां ही करती हैं। हालांकि हड्डी के सर्वाधिक रोगी चोट या टूटन (फ्रैक्चर) के ही होते हैं, किंतु अन्य रोग जैसे आर्थराइटिस, डिस्क प्रोलेप्स (स्लिप्ड डिस्क), आस्टियो-पोरोसिस आदि भी बहुतायत में होते हैं ऐसे रोगियों को दृष्टिगत रखते हुए ही प्रस्तुत पुस्तक लिखी गई है। इसके लेखन में यह प्रयास किया गया है कि बीमारी के लक्षण, कारण, बचाव व हर संभव उपचार के बारे में बताया जाए पुस्तक में पोलियों पर भी विस्तृत सचित्र जानकारी दी गई है।
Author | Hari Om Gupta |
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ISBN | 8128814605 |
Pages | 108 |
Format | Paperback |
Language | Hindi |
Publisher | Diamond Books |
ISBN 10 | 8128814605 |
हडि्डयों के बिना शरीर की कल्पना भी अधूरी है। हडि्डयों की चहारदीवारी पर मांसपेशियों व नसों के ताने-बाने तथा त्वचा की चादर में अवयव लिपटे रहते हैं। हमारे शरीर को ढोने व छोटी-मोटी खरोंच या धक्के से कोमल अंगों को बचाने का काम हडि्डयां ही करती हैं। हालांकि हड्डी के सर्वाधिक रोगी चोट या टूटन (फ्रैक्चर) के ही होते हैं, किंतु अन्य रोग जैसे आर्थराइटिस, डिस्क प्रोलेप्स (स्लिप्ड डिस्क), आस्टियो-पोरोसिस आदि भी बहुतायत में होते हैं ऐसे रोगियों को दृष्टिगत रखते हुए ही प्रस्तुत पुस्तक लिखी गई है। इसके लेखन में यह प्रयास किया गया है कि बीमारी के लक्षण, कारण, बचाव व हर संभव उपचार के बारे में बताया जाए पुस्तक में पोलियों पर भी विस्तृत सचित्र जानकारी दी गई है।