गूंजे गगन में, महके पवन में, हर एक मन में सद्भावना।
समय की रवानी, फतह की कहानी, धरा स्वाभिमानी, जवानी से है।
गरिमा का पानी, ये गौरव निशानी, सुखी जिंदगानी, जवानी से है।
मधुर बोल बोले, युवामन की हो ले, मिलन द्वारा खोले, संभावना।
खिड़कियां
₹150.00
गूंजे गगन में, महके पवन में, हर एक मन में सद्भावना।
समय की रवानी, फतह की कहानी, धरा स्वाभिमानी, जवानी से है।
गरिमा का पानी, ये गौरव निशानी, सुखी जिंदगानी, जवानी से है।
मधुर बोल बोले, युवामन की हो ले, मिलन द्वारा खोले, संभावना।
ISBN10-8171829562
Additional information
Author | Ashok Chakradhar |
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ISBN | 8171829562 |
Pages | 160 |
Format | Paperback |
Language | Hindi |
Publisher | Diamond Books |
ISBN 10 | 8171829562 |
SKU
9788171829569
Categories Humorous Poetry, Humour