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आखिर मौसम बदल ही गया। ठंड की चुभन धीरे-धीरे सबको महसूस होने लगी है, लेकिन प्यार की गरमाहट के सामने यह ठंड क्या मायने रखती है। खाली समय में धूप सेंकना, गप्पे मारना और मूंगफली खाते-खाते अपने प्रियजनों के लिए स्वेटर बुनना महिलाओं का मनपसंद शौक है। बुने भी क्यों न जो मजा प्यार के साथ हाथ के बुने स्वेटर पहनने से मिलता है, वह मशीनी स्वेटरों का कहां? सर्दी के मौसम में आप भी अपने हाथों से बुनें स्वेटर के द्वारा प्यार की गर्माहट का एहसास अपनो के दें। इसलिए गृहलक्ष्मी लेकर आई है बुनाई के 101 आकर्षक डिजाइन व उनसे जुड़ी कुछ जानकारियां ताकि आप सर्दी में दिखे स्टाइलिश।
Author | Manish Verma |
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ISBN | 9789350839348 |
Pages | 72 |
Format | Paperback |
Language | Hindi |
Publisher | Diamond Books |
ISBN 10 | 9350839342 |
आखिर मौसम बदल ही गया। ठंड की चुभन धीरे-धीरे सबको महसूस होने लगी है, लेकिन प्यार की गरमाहट के सामने यह ठंड क्या मायने रखती है। खाली समय में धूप सेंकना, गप्पे मारना और मूंगफली खाते-खाते अपने प्रियजनों के लिए स्वेटर बुनना महिलाओं का मनपसंद शौक है। बुने भी क्यों न जो मजा प्यार के साथ हाथ के बुने स्वेटर पहनने से मिलता है, वह मशीनी स्वेटरों का कहां? सर्दी के मौसम में आप भी अपने हाथों से बुनें स्वेटर के द्वारा प्यार की गर्माहट का एहसास अपनो के दें। इसलिए गृहलक्ष्मी लेकर आई है बुनाई के 101 आकर्षक डिजाइन व उनसे जुड़ी कुछ जानकारियां ताकि आप सर्दी में दिखे स्टाइलिश। ISBN10-9350839342
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