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जाने क्‍या टपका

95.00

छंद और गीति-तत्व अशोक चक्रधर की शक्ति है। अपनी इस शक्ति को वे निज नाट्य कौशल से दि्वगुणित करना भी जानते हैं। इस पुस्तक की रचनाओं के बारे में वे कहते हैं-
कभी कामों ने हमें लपका
कभी हमने काम लपके,
नजरें ऊपर… हाथ ऊपर
जाने क्या टपके।

ISBN10-8171829554

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छंद और गीति-तत्व अशोक चक्रधर की शक्ति है। अपनी इस शक्ति को वे निज नाट्य कौशल से दि्वगुणित करना भी जानते हैं। इस पुस्तक की रचनाओं के बारे में वे कहते हैं-
कभी कामों ने हमें लपका
कभी हमने काम लपके,
नजरें ऊपर… हाथ ऊपर
जाने क्या टपके।

Additional information

Author

Ashok Chakradhar

ISBN

8171829554

Pages

160

Format

Paperback

Language

Hindi

Publisher

Diamond Books

ISBN 10

8171829554

SKU 9788171829552 Categories ,