नोबेल शांति पुरस्कार विजेता: कैलाश सत्यार्थी

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महात्मा गांधी के बाद पहली बार संसार ने किसी हिन्दुस्तानी को अगर इंसानियत का सच्चा पुजारी माना है तो वह हैं, कैलाश सत्यार्थी। वह विश्व स्तर पर आज बाल—दासता मुक्ति के महानायक बन चुके हैं। उनके जीवन और संघर्ष की दास्तान पढ़ कर शायद पहली बार आपको अहसास होगा कि संसार में बाल दासता के कितने आयाम हैं।

संसार में बच्चों से जुड़ी जितने किस्म की सामाजिक कुरीतियां हैं उन सबसे जूझने के लिए हर देश में कैलाश सत्यार्थी के एक अलग ही स्वरुप को जाना जाता है। बाल दासता मुक्ति, आल अधिकार आन्दोलन, बाल शिक्षा, बाल यौन शोषण मुक्ति, बाल रक्षा सामाजिक जागरूकता और इन सब विषयों पर लेख, साक्षात्कार तथा रेडियो—टेलिविजन वार्ताकार; हर बार दुनिया एक नए कैलाश सत्यार्थी से रूबरू होती है। कम लोग जानते हैं उनके विचारों ने कई राष्ट्राध्यक्षों को भी प्रभावित किया है। जानिये कैसे, एक साधारण इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बना महामानव और बदलिए अपना भी जीवन…।

Additional information

Author

ASHOK K. SHARMA AND KRITIKA BHARDWAJ

ISBN

9789351654872

Pages

196

Format

Paperback

Language

Hindi

Publisher

Diamond Publication

ISBN 10

9351654877

महात्मा गांधी के बाद पहली बार संसार ने किसी हिन्दुस्तानी को अगर इंसानियत का सच्चा पुजारी माना है तो वह हैं, कैलाश सत्यार्थी। वह विश्व स्तर पर आज बाल—दासता मुक्ति के महानायक बन चुके हैं। उनके जीवन और संघर्ष की दास्तान पढ़ कर शायद पहली बार आपको अहसास होगा कि संसार में बाल दासता के कितने आयाम हैं।

संसार में बच्चों से जुड़ी जितने किस्म की सामाजिक कुरीतियां हैं उन सबसे जूझने के लिए हर देश में कैलाश सत्यार्थी के एक अलग ही स्वरुप को जाना जाता है। बाल दासता मुक्ति, आल अधिकार आन्दोलन, बाल शिक्षा, बाल यौन शोषण मुक्ति, बाल रक्षा सामाजिक जागरूकता और इन सब विषयों पर लेख, साक्षात्कार तथा रेडियो—टेलिविजन वार्ताकार; हर बार दुनिया एक नए कैलाश सत्यार्थी से रूबरू होती है। कम लोग जानते हैं उनके विचारों ने कई राष्ट्राध्यक्षों को भी प्रभावित किया है। जानिये कैसे, एक साधारण इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बना महामानव और बदलिए अपना भी जीवन…।