Call us on: +91-9716244500

Free shipping On all orders above Rs 600/-

We are available 10am-5 pm, Need help? contact us

पांव तले भविष्‍य

150.00

In stock

Other Buying Options

क्‍या हाथ की रेखाओं की तरह पादलत या पांव की-रेखाओं के माध्‍यम से मानव का भूत-भविष्‍य जाना जा सकता है? यदि हां तो पांव के तलवे व उसकी रेखाओं द्वारा भविष्‍य-कथन की परम्‍परा कब से प्रारंभ हुई? सर्वप्रथम पांव की रेखाओं का प्रामाणिक उल्‍लेख कहां, कौन-से ग्रंथ मिलता है? और फिर पांव की रेखाओं के माध्‍यम से भविष्‍य–कथन प्रणाली ने सार्वजनिक प्रचलन व प्रसि‍द्धि को क्‍यों नहीं प्राप्‍त किया? ये सभी प्रश्‍न एक बुद्धिजीवी व प्रबुद्ध जिज्ञासु के साथ मस्तिष्‍क में एक साथ सहज रूप से उठने स्‍वाभाविक हैं तथा इन प्रश्‍नों का सटीक व सामयिक समाधान अनिवार्य रूप से सर्वजनहिताय अपेक्षित भी है।
प्रस्‍तुत पुस्‍तक “पांव तले भविष्‍य” के माध्‍यम से लेखक ने प्राचीन मान्‍यताओं का नवीनीकरण किया है। इन्‍होंने ज्ञान का लोप न हो, इस दृष्टि को ध्‍यान में रखते हुए जनहितार्थ में इस पुस्‍तक को सुंदर ढंग से पाठकों के सामने प्रस्‍तुत किया है।

ISBN10-8171821278

पांव तले भविष्‍य

Additional information

Author

Bhojraj Dwivedi

ISBN

8171821278

Pages

196

Format

Paperback

Language

Hindi

Publisher

Diamond Books

ISBN 10

8171821278

SKU 9788171821273 Category

Social Media Posts

This is a gallery to showcase images from your recent social posts