मून पर हनीमून

150.00

In stock

Free shipping On all orders above Rs 600/-

  • We are available 10/5
  • Need help? contact us, Call us on: +91-9716244500
Guaranteed Safe Checkout

आज के मानसिक तनावों से और व्‍यक्तिगत समस्‍याओं से त्रस्‍त जीवन में हास्‍य रस की कविताएं जनता के स्‍वास्‍थ्‍य को जितना संबल दे रही हैं, उतना कोई टॉनिक नहीं दे रहा इसलिए हिंदी के हास्‍य कवियों की जनता को सबसे अधिक आवश्‍यकता है। ऐसे कवि की चर्चा जब आती है तो एक नाम सबकी जुबान पर आता है – जैमिनी हरियाणवी। जैमिनी जी, हरियाणवी बोली में अपनी उपस्थिति प्रस्‍तुत कर देतेहैं।सहज सरल बोली में, गंभीर से गंभीर बात को रसयुक्‍त करके कहने की उनकी अपनी ही शैली है।
पाठक जैमिनीजी की रचनाओं को पढ़कर आनंद विभोर होंगे।

मून पर हनीमून-0
मून पर हनीमून
150.00

आज के मानसिक तनावों से और व्‍यक्तिगत समस्‍याओं से त्रस्‍त जीवन में हास्‍य रस की कविताएं जनता के स्‍वास्‍थ्‍य को जितना संबल दे रही हैं, उतना कोई टॉनिक नहीं दे रहा इसलिए हिंदी के हास्‍य कवियों की जनता को सबसे अधिक आवश्‍यकता है। ऐसे कवि की चर्चा जब आती है तो एक नाम सबकी जुबान पर आता है – जैमिनी हरियाणवी। जैमिनी जी, हरियाणवी बोली में अपनी उपस्थिति प्रस्‍तुत कर देतेहैं।सहज सरल बोली में, गंभीर से गंभीर बात को रसयुक्‍त करके कहने की उनकी अपनी ही शैली है।
पाठक जैमिनीजी की रचनाओं को पढ़कर आनंद विभोर होंगे।

Additional information

Author

Jemini Hariyanvi

ISBN

8128813862

Pages

160

Format

Paperback

Language

Hindi

Publisher

Diamond Books

ISBN 10

8128813862