संपूर्ण अंक ज्‍योतिष

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अंको के माध्‍यम से अपना भविष्‍य जानने के लिए इस पुस्‍तक को पढ़िए और देखिए अपने भाग्‍य के अंकों का कमाल। अंक ज्‍योतिष, ज्‍योतिष रूपी वट-वृक्ष की प्रधान शाखा है। इसका जनक भारत है। लेकिन इसका प्रभाव पश्चिम में खूब फैला है। अपने मित्र, प्रेमिका, पत्‍नी, पुत्र, नौकर, अधिकारी अथवा किसी भी अन्‍य व्‍यक्ति की केवल जन्‍म-तारीख जानकर ही उसके चरित्र, स्‍वभाव, रुचि एवं विचारधारा के बारे में पूरी-पूरी और सही जानकारी प्राप्‍त करने के लिए यह एक अत्‍यन्‍त उपयोगी पुस्‍तक है। इस पुस्‍तक के लेखक हैं ज्‍योतिष विज्ञान के प्रकाण्‍ड पंडित श्री राधाकृष्‍ण श्रीमाली जिन्‍होंने ज्‍योतिष पर कई महत्‍वपूर्ण ग्रंथ लिखे है।

Additional information

Author

Mohan Bhai D Patel

ISBN

8128814818

Pages

136

Format

Paperback

Language

Hindi

Publisher

Diamond Books

ISBN 10

8128814818

अंको के माध्‍यम से अपना भविष्‍य जानने के लिए इस पुस्‍तक को पढ़िए और देखिए अपने भाग्‍य के अंकों का कमाल। अंक ज्‍योतिष, ज्‍योतिष रूपी वट-वृक्ष की प्रधान शाखा है। इसका जनक भारत है। लेकिन इसका प्रभाव पश्चिम में खूब फैला है। अपने मित्र, प्रेमिका, पत्‍नी, पुत्र, नौकर, अधिकारी अथवा किसी भी अन्‍य व्‍यक्ति की केवल जन्‍म-तारीख जानकर ही उसके चरित्र, स्‍वभाव, रुचि एवं विचारधारा के बारे में पूरी-पूरी और सही जानकारी प्राप्‍त करने के लिए यह एक अत्‍यन्‍त उपयोगी पुस्‍तक है। इस पुस्‍तक के लेखक हैं ज्‍योतिष विज्ञान के प्रकाण्‍ड पंडित श्री राधाकृष्‍ण श्रीमाली जिन्‍होंने ज्‍योतिष पर कई महत्‍वपूर्ण ग्रंथ लिखे है।

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