हम सब लकड़हारे हैं

125.00

Hum Sab Lakadhare Hain

Additional information

Author

Hariom Sharma

ISBN

9789351659303

Pages

96

Format

Paperback

Language

Hindi

Publisher

Diamond Books

ISBN 10

9351659305

हम सब लकड़हारे हैं,

कहीं ना कहीं हत्यारे हैं।

 

कुछ जीवन संवारे हैंं,

तो कुछ जीवन मारे हैंंंं।

भूख से जीवन तड़प रहे,

भूखे ममता से हारे हैं।।

हम सब लकड़हारे हैं….

 

कहीं खीझ के मारे हैं,

कहीं रीझ के मारे हैं।

घर में आटा दाल नहीं,

चूल्हे में अंगारे हैं।।

हम सब लकड़हारे हैं…

हम सब लकड़़हारे हैं।

ISBN10-9351659305

SKU 9789351659303 Categories , Tags ,