हास्य के गुब्बारे
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- Book Details
Hasya Ke Gubbare
Additional information
Author | Kaka Hathrasi |
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ISBN | 8128810219 |
Pages | 168 |
Format | Paperback |
Language | Hindi |
Publisher | Diamond Books |
ISBN 10 | 8128810219 |
काका जी ने हास्य को अपने जीवन का मूलमंत्र बनाया और आजीवन इसी के प्रचार-प्रसार में जुटे रहे। अपने जीवन में उन्होंने कितने उदास चेहरों को मुस्कानें बांटीं, यह ठीक-ठीक बता पाना मुश्किल है। उनकी रचनाएं सचमुच रंग-बिरंगे गुब्बारों के समान हैं, जो पढ़ने वालों के मन को हास्य के हवा से भर जातीं हैं।
पेट तो मानो हंस-हंस कर सचमुच गुब्बारा हो जाता है। इस पुस्तक में संग्रहित काका जी की हास्य-कविताएं, कवि सम्मेलनों और काव्य-गोष्ठियों में हजारों-लाखों श्रोताओं को गुदगुदा चुकी है। आइए, हिंदी के इस महान कवि के कृतित्व का आनंद उठाएं ISBN10-8128810219
SKU
9798128810212
Categories Humorous Poetry, Humour