हास्‍य के गुब्‍बारे

75.00

Out of stock

Free shipping On all orders above Rs 600/-

  • We are available 10/5
  • Need help? contact us, Call us on: +91-9716244500
Guaranteed Safe Checkout

काका जी ने हास्‍य को अपने जीवन का मूलमंत्र बनाया और आजीवन इसी के प्रचार-प्रसार में जुटे रहे। अपने जीवन में उन्‍होंने कितने उदास चेहरों को मुस्‍कानें बांटीं, यह ठीक-ठीक बता पाना मुश्किल है। उनकी रचनाएं सचमुच रंग-बिरंगे गुब्‍बारों के समान हैं, जो पढ़ने वालों के मन को हास्‍य के हवा से भर जातीं हैं।
पेट तो मानो हंस-हंस कर सचमुच गुब्‍बारा हो जाता है। इस पुस्‍तक में संग्रहित काका जी की हास्‍य-‍कविताएं, कवि सम्‍मेलनों और काव्‍य-गोष्ठियों में हजारों-लाखों श्रोताओं को गुदगुदा चुकी है। आइए, हिंदी के इस महान कवि के कृतित्‍व का आनंद उठाएं

हास्‍य के गुब्‍बारे -0
हास्‍य के गुब्‍बारे
75.00

Hasya Ke Gubbare

Additional information

Author

Kaka Hathrasi

ISBN

8128810219

Pages

168

Format

Paperback

Language

Hindi

Publisher

Diamond Books

ISBN 10

8128810219