भारत एक विशाल देश है, जिसमें अनेकों सभ्यताओं, परंपराओं का समावेश है। विभिन्न राज्यों के पर्व-त्योहार, रहन-सहन का ढंग, शैक्षिक अवस्था, वर्तमान और भविष्य का चिंतन, भोजन की विधियां, सांस्कृतिक विकास, मुहावरे, पोशाक और उत्सव इत्यादि की जानकारी कथा-कहानी के माध्यम से भी मिलती है। भारत के सभी प्रदेशों के निवासी साहित्य के माध्यम से एक-दूसरे को जानें, समझें और प्रभावित हो सके, ऐसा साहित्य उपलब्ध करवाना हमारा प्रमुख उद्देश्य है।
भारत की आजादी के 75 वर्ष (अमृत महोत्सव ) पूर्ण होने पर डायमंड बुक्स द्वारा ‘भारत कथा माला’ का अद्भुत प्रकाशन।
About the Author
दो उपन्यास, चार कहानी संग्रह, एक यात्रा वृत्तान्त, एक लघुकथा संग्रह, दो काव्य संग्रह। साहित्य अकादमी के साझा कहानी संग्रह-‘झारखण्ड कथा परिवेश’ (संपादक-ऋता शुक्ल) में कहानी ‘मंगरा’ आई।
हंस के ‘सत्ता विमर्श और दलित विशेषांक’ ‘ज्ञानोदय झारखंड विशेषांक’ ‘जनसत्ता दीपावली विशेषांक”लोकमत उत्सव अंक”विश्व गाथा कथा-कहानी विशेषांक’ ‘लेखनी-नेट कहानी विशेषांक’ में कहानियों सहित वागर्थ, कथाक्रम. समकालीन भारतीय साहित्य, वर्तमान साहित्य, रा. सहारा आदि में शताधिक विविधवर्णी रचनाएँ। कहानियों का मलयालम, तेलुगु में अनुवाद हुआ है। दो कहानी संग्रह प्रकाशनाधीन।
देश की कुछेक जगहों में इनकी पुस्तकों पर शोध कार्य चल रहा है।
प्रारंभ से ही पुरस्कार/सम्मान प्राप्त हुए। उनमें से प्रमुख-उपन्यास पुकारती जमीं को 1990 में नवलेखन पुरस्कार, राजभाषा विभाग, बिहार सरकार से। प्रथम स्पेनिन साहित्य गौरव सम्मान, शैलप्रिया स्मृति सम्मान, सर्व भाषा ट्रस्ट का रामकृष्ण त्यागी स्मृति कथा सम्मान। आजकल उपन्यास लेखन में व्यस्त।