₹200.00 Original price was: ₹200.00.₹199.00Current price is: ₹199.00.
भारत एक विशाल देश है, जिसमें अनेकों सभ्यताओं, परंपराओं का समावेश है। विभिन्न राज्यों के पर्व-त्योहार, रहन-सहन का ढंग, शैक्षिक अवस्था, वर्तमान और भविष्य का चिंतन, भोजन की विधियां, सांस्कृतिक विकास, मुहावरे, पोशाक और उत्सव इत्यादि की जानकारी कथा-कहानी के माध्यम से भी मिलती है। भारत के सभी प्रदेशों के निवासी साहित्य के माध्यम से एक-दूसरे को जानें, समझें और प्रभावित हो सके, ऐसा साहित्य उपलब्ध करवाना हमारा प्रमुख उद्देश्य है। भारत की आजादी के 75 वर्ष (अमृत महोत्सव ) पूर्ण होने पर डायमंड बुक्स द्वारा ‘भारत कथा माला’ का अद्भुत प्रकाशन।
जन्म : दिल्ली
शिक्षा : एम.ए., पीएच.डी. (हिन्दी साहित्य)
प्रकाशन: आलोचनात्मक पुस्तकें (स्मारक-साहित्य एवं उसकी विधाएँ, छायावादोत्तर हिन्दी कविता के प्रतिमान) प्रयोजनमूलक हिन्दी : विविध संदर्भ।
संपादन : (स्मरण-वीथिका, वैश्वीकरण: हिन्दी भाषा और साहित्य, समकालीन हिन्दी कविता: नए संदर्भ)
सह-संपादन : (कहानी-सप्तक, प्राचीन काव्य पल्लव)
कविता संग्रह : (अंततः)
विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित शोध-पत्र
सम्प्रति: कुमाऊँ विश्वविद्यालय के हिन्दी एवं अन्य भारतीय भाषा विभाग में प्रोफेसर पद पर कार्यरत।
Author | Nirmala Dhaila Bora |
---|---|
ISBN | 9789354867286 |
Pages | 154 |
Format | Paperback |
Language | Hindi |
Publisher | Diamond Books |
Amazon | |
Flipkart | https://www.flipkart.com/21-shreshth-lok-kathayein/p/itmc9d46ff129900?pid=9789354867286 |
ISBN 10 | 9354867286 |
भारत एक विशाल देश है, जिसमें अनेकों सभ्यताओं, परंपराओं का समावेश है। विभिन्न राज्यों के पर्व-त्योहार, रहन-सहन का ढंग, शैक्षिक अवस्था, वर्तमान और भविष्य का चिंतन, भोजन की विधियां, सांस्कृतिक विकास, मुहावरे, पोशाक और उत्सव इत्यादि की जानकारी कथा-कहानी के माध्यम से भी मिलती है। भारत के सभी प्रदेशों के निवासी साहित्य के माध्यम से एक-दूसरे को जानें, समझें और प्रभावित हो सके, ऐसा साहित्य उपलब्ध करवाना हमारा प्रमुख उद्देश्य है। भारत की आजादी के 75 वर्ष (अमृत महोत्सव ) पूर्ण होने पर डायमंड बुक्स द्वारा ‘भारत कथा माला’ का अद्भुत प्रकाशन।
नाम : प्रो. निर्मला ढैला बोरा
जन्म : दिल्ली
शिक्षा : एम.ए., पीएच.डी. (हिन्दी साहित्य)
प्रकाशन: आलोचनात्मक पुस्तकें (स्मारक-साहित्य एवं उसकी विधाएँ, छायावादोत्तर हिन्दी कविता के प्रतिमान) प्रयोजनमूलक हिन्दी : विविध संदर्भ।
संपादन : (स्मरण-वीथिका, वैश्वीकरण: हिन्दी भाषा और साहित्य, समकालीन हिन्दी कविता: नए संदर्भ)
सह-संपादन : (कहानी-सप्तक, प्राचीन काव्य पल्लव)
कविता संग्रह : (अंततः)
विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित शोध-पत्र
सम्प्रति: कुमाऊँ विश्वविद्यालय के हिन्दी एवं अन्य भारतीय भाषा विभाग में प्रोफेसर पद पर कार्यरत।
ISBN10-9354867286