इस पुस्तक “दिल्ली प्रदेश नारीमन की कहानियाँ” साझा संग्रह में कुल इक्कीस कहानिया हैं। सभी प्रस्तुत कहानियां आज के समय के कालचक्र के अनुसार रची गयीं हैं जो नारीमन को बहुत ही सुंदर ढंग से परिभाषित करते हुए, समाज को कहीं न कहीं मानवता का सन्देश भी देती हैं। सभी कहानियां वर्तमान सामाजिक परिस्तिथियों को दर्शाती हुई, मानवीय भावनाओं से ओत-प्रोत विभिन्न अंतर्द्वदों के इर्द-गिर्द घूमती हैं। कहानियों के पात्र जनजीवन के इतने निकट हैं कि उन्हें समाज के हर वर्ग में देखा जा सकता है। संवादों की शैली बहुत ही सरल और सीधी है। आशा करते हैं कि पाठकों को ये कहानियां पसंद आएँगी और शायद कुछ सोचने पर भी मजबूर करेंगी।
About the Author
रिंकल शर्मा एक प्रख्यात लेखिका हैं जिनके अब तक तीन कहानी संग्रह, तीन नाटक, दो काव्य संग्रह, तीन बाल-साहित्य, पांच बाल-कॉमिक्स, दो पत्रकारिता पुस्तकें, दो सेल्फ-हेल्प पुस्तकें इत्यादि प्रकाशित हो चुकीं हैं । राष्ट्रिय एवं अंतर्राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं में इनकी कहानियाँ, कवितायें एवं आलेख प्रकाशित होते रहते हैं। कई वर्षों से हिन्दी मासिक पत्रिका – प्रबल प्रहरी में इंका स्तम्भ ‘देख तमाशा दुनिया का’ प्रकाशित होता है। साथ ही ये देश के विभिन्न प्रख्यात साहित्यिक मंचों पर अपनी कविताओं एवं कहानियों का प्रस्तुतीकरण कर चुकी हैं। कई वर्षों से रंगमंच से इनका गहरा जुड़ाव रहा है। रिंकल शर्मा ने शॉर्ट फिल्मों में अभिनय एवं पटकथा लेखन के साथ-साथ बॉलीवुड और हॉलीवुड फिल्मों की डबिंग एवं विज्ञापन लेखन में भी अपना योगदान दिया है।
लेखिका रिंकल शर्मा को उनके लेखन के लिये, ‘सुभद्राकुमारी चौहान सम्मान 2023’, ‘डॉ सरोजिनी नायडू सम्मान 2023’, ‘सहादत हसन मंटो साहित्य सम्मान 2023’, ‘कियान कथा सम्मान’, ‘राष्ट्रीय गौरव सम्मान 2022’, ‘डॉ भीमराव अम्बेडकर साहित्य सम्मान 2022’, ‘नारी रत्न सम्मान 2022’, ‘मुंशी प्रेमचंद साहित्य सम्मान 2021’, ‘स्वामी विवेकानन्द युवा सम्मान 2021’, ‘महादेवी वर्मा सम्मान 2020, हिंदी गौरव सम्मान 2020, हिंदी भाषा सारथी सम्मान 2019, कला एवं रंगमंच के ‘उत्कृष्ट अभिनय सम्मान’ इत्यादि से सम्मानित किया गया है।