भारत एक विशाल देश है, जिसमें अनेकों सभ्यताओं, परंपराओं का समावेश है। विभिन्न राज्यों के पर्व-त्योहार, रहन-सहन का ढंग, शैक्षिक अवस्था, वर्तमान और भविष्य का चिंतन, भोजन की विधियां, सांस्कृतिक विकास, मुहावरे, पोशाक और उत्सव इत्यादि की जानकारी कथा-कहानी के माध्यम से भी मिलती है। भारत के सभी प्रदेशों के निवासी साहित्य के माध्यम से एक-दूसरे को जानें, समझें और प्रभावित हो सके, ऐसा साहित्य उपलब्ध करवाना हमारा प्रमुख उद्देश्य है।
भारत की आजादी के 75 वर्ष (अमृत महोत्सव ) पूर्ण होने पर डायमंड बुक्स द्वारा ‘भारत कथा माला’ का अद्भुत प्रकाशन।
About the Author
11 नवम्बर, 1970 को जन्मी दीपा गुप्ता विगत 21 वर्षों से अल्मोड़ा में रहकर साहित्य सृजन कर रही हैं। “अब्दुर्रहीम खानखाना” पर पीएच.डी. की उपाधि प्राप्त, दीपा गुप्ता की अब तक चार पुस्तकें आ चुकी हैं। वाणी प्रकाशन से प्रकाशित “अब्दुर्रहीम खानखाना” में प्रथम बार रहीम के समग्र साहित्य का हिन्दी अनुवाद (फारसी छोडकर) इनके द्वारा किया गया है। आगा खाँ फाउंडेशन, नई दिल्ली की शोध टीम का हिस्सा रही दीपा गुप्ता के प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में कहानी, कविता, लेख छपते रहते हैं। राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय जर्नल में इनके अठारह शोध पत्र तथा अनेकानेक राष्ट्रीय, अन्तर्राष्ट्रीय सेमिनारों में इनकी भागीदारी रही है। प्रभासाक्षी का ‘हिन्दी सेवी सम्मान’, विश्व हिन्दी मंच का ‘साहित्य सेवी सम्मान’, उत्तर प्रदेश का ‘युवा सम्मान’ प्राप्त दीपा गुप्ता हिन्दी प्रवक्ता पद पर कार्यरत हैं।