भारत एक विशाल देश है, जिसमें अनेकों सभ्यताओं, परंपराओं का समावेश है। विभिन्न राज्यों के पर्व-त्योहार, रहन-सहन का ढंग, शैक्षिक अवस्था, वर्तमान और भविष्य का चिंतन, भोजन की विधियां, सांस्कृतिक विकास, मुहावरे, पोशाक और उत्सव इत्यादि की जानकारी कथा-कहानी के माध्यम से भी मिलती है। भारत के सभी प्रदेशों के निवासी साहित्य के माध्यम से एक-दूसरे को जानें, समझें और प्रभावित हो सके, ऐसा साहित्य उपलब्ध करवाना हमारा प्रमुख उद्देश्य है। भारत की आजादी के 75 वर्ष (अमृत महोत्सव ) पूर्ण होने पर डायमंड बुक्स द्वारा ‘भारत कथा माला’ का अद्भुत प्रकाशन।
About the Author
पतिः डॉ. भवानीशंकर व्यास
शिक्षाः एम.ए. (हिन्दी, इतिहास एवं राजस्थानी)
हिंदी और राजस्थानी में यूजीसी नेट।
रुचिः हिन्दी और राजस्थानी साहित्य पढ़ना और लेखन। मधुर संगीत सुनना।
प्रकाशनः पिघलते लम्हों की ओट से तथा बूंद भर सावन (हिन्दी कथा संग्रह)
दोस्त का जादू (हिंदी बाल कथा संग्रह)
हेत रो उजास (राजस्थानी कथा संग्रह)
पाणी रा रुखाळा, संगत री रंगत (राजस्थानी बाल उपन्यास)
जीवन री भणाई (राजस्थानी बाल कथा संग्रह)
पोथियां रो कमरो (राजस्थानी बाल कथा संग्रह)
सम्पादनः
त्रैमासिक पत्रिका ‘सृजन कुंज’ के महिला लेखन अंक।
आधुनिक हिन्दी साहित्य की चयनित लघुकथाएं।
आधुनिक हिन्दी साहित्य के चयनित व्यंग्य।
आधुनिक हिन्दी साहित्य की चयनित बालकथाएं।
अनुवादः साहित्य अकादेमी से पुरस्कृत उदय प्रकाश की लंबी कहानी “मोहनदास” का राजस्थानी में अनुवाद।
पुरस्कार और सम्मान :
साहित्य अकादेमी बाल साहित्य पुरस्कार- 2021 (राजस्थानी) ‘पाणी रा रुखाला’ पर घोषित।
– भारतीय साहित्य सृजन संस्थान, पटना की ओर से ‘कथा सागर साहित्य सम्मान- 2013’
– 26 जनवरी 2014 को जिला प्रशासन हनुमानगढ़ की ओर से सम्मानित।
– आचार्य रतनलाल विद्यानुग स्मृति अखिल भारतीय कहानी प्रतियोगिता 2015 में ‘शब्द निष्ठा सम्मान’।