21 Shreshth Rajasthani Kahaniyan : Rajasthan (21 श्रेष्ठ राजस्थानी कहानियां)

250.00

भारत एक विशाल देश है, जिसमें अनेकों सभ्यताओं, परंपराओं का समावेश है। विभिन्न राज्यों के पर्व-त्योहार, रहन-सहन का ढंग, शैक्षिक अवस्था, वर्तमान और भविष्य का चिंतन, भोजन की विधियां, सांस्कृतिक विकास, मुहावरे, पोशाक और उत्सव इत्यादि की जानकारी कथा-कहानी के माध्यम से भी मिलती है। भारत के सभी प्रदेशों के निवासी साहित्य के माध्यम से एक-दूसरे को जानें, समझें और प्रभावित हो सके, ऐसा साहित्य उपलब्ध करवाना हमारा प्रमुख उद्देश्य है। भारत की आजादी के 75 वर्ष (अमृत महोत्सव ) पूर्ण होने पर डायमंड बुक्स द्वारा ‘भारत कथा माला’ का अद्भुत प्रकाशन।

 

About the Author

नामः डॉ. कृष्णकुमार ‘आशु’
जन्म: 12 जनवरी, 1968
शिक्षाः एम.ए. (हिंदी और राजस्थानी), पीएच.डी.
प्रकाशनः देश की सभी प्रमुख हिंदी पत्र-पत्रिकाओं में रचनाओं का प्रकाशन
प्रकाशित पुस्तकें हिंदी: भारत माता का दर्द, समय का प्रहरी, विश्वास की जीत (बालकथा संग्रह), हाशिये पर आदमी, यूसुफ नहीं जानता, हारा हुआ सिकंदर (कहानी संग्रह), नाक पर चिंतन, परपीड़ा सर्वोत्तम सुख, स्कैंडल मार्च (व्यंग्य संग्रह), तृष्णा एवं अन्य लघुकथाएं (लघुकथा संग्रह)
प्रकाशित पुस्तकें राजस्थानीः धरती रो मोल, राजा रो न्याव, असल कामयाबी (बाल कथा संग्रै), च्यानणै रा जैनांण (कहाणी संग्रै), बिना लिख्योड़ी पोथी री भूमिका (व्यंग्य संग्रै), ब्याधि उच्छव (राजस्थानी व्यंग्य उपन्यास)
अनुवादः साहित्य अकादेमी के लिए रमेशचंद्र शाह के उपन्यास ‘विनायक’ का हिंदी से राजस्थानी में ‘बिनायक’ शीर्षक से अनुवाद। साहित्य अकादेमी से प्रकाशित। डॉ. मंगत बादल की साहित्य अकादेमी से पुरस्कृत राजस्थानी काव्यकृति ‘मीरां’ का हिंदी अनुवाद, डॉ. प्रेम जनमेजय के हिंदी व्यंग्य संग्रह ‘हंसो, हंसो, यार हंसो’ का राजस्थानी अनुवाद ‘हांस, हांस, यार हांस’
सम्पादनः जनकराज पारीक की चुनिंदा कहानियां, ओळमो अर दूजी कवितावां (डॉ. विद्यासागर शर्मा की राजस्थानी कविताएं) इक्कीस राजस्थानी कहानियां हिंदी एवं राजस्थानी दोनों भाषाओं में)

Additional information

Author

Krishna Kumar 'Aashu'

ISBN

9789354868887

Pages

166

Format

Paperback

Language

Hindi

Publisher

Diamond Books

Amazon

https://www.amazon.in/dp/9354868886

Flipkart

https://www.flipkart.com/21-shreshth-rajasthani-kahaniyan/p/itmdee29c97277df?pid=9789354868887

ISBN 10

9354868886

भारत एक विशाल देश है, जिसमें अनेकों सभ्यताओं, परंपराओं का समावेश है। विभिन्न राज्यों के पर्व-त्योहार, रहन-सहन का ढंग, शैक्षिक अवस्था, वर्तमान और भविष्य का चिंतन, भोजन की विधियां, सांस्कृतिक विकास, मुहावरे, पोशाक और उत्सव इत्यादि की जानकारी कथा-कहानी के माध्यम से भी मिलती है। भारत के सभी प्रदेशों के निवासी साहित्य के माध्यम से एक-दूसरे को जानें, समझें और प्रभावित हो सके, ऐसा साहित्य उपलब्ध करवाना हमारा प्रमुख उद्देश्य है। भारत की आजादी के 75 वर्ष (अमृत महोत्सव ) पूर्ण होने पर डायमंड बुक्स द्वारा ‘भारत कथा माला’ का अद्भुत प्रकाशन।

 

About the Author

नामः डॉ. कृष्णकुमार ‘आशु’
जन्म: 12 जनवरी, 1968
शिक्षाः एम.ए. (हिंदी और राजस्थानी), पीएच.डी.
प्रकाशनः देश की सभी प्रमुख हिंदी पत्र-पत्रिकाओं में रचनाओं का प्रकाशन
प्रकाशित पुस्तकें हिंदी: भारत माता का दर्द, समय का प्रहरी, विश्वास की जीत (बालकथा संग्रह), हाशिये पर आदमी, यूसुफ नहीं जानता, हारा हुआ सिकंदर (कहानी संग्रह), नाक पर चिंतन, परपीड़ा सर्वोत्तम सुख, स्कैंडल मार्च (व्यंग्य संग्रह), तृष्णा एवं अन्य लघुकथाएं (लघुकथा संग्रह)
प्रकाशित पुस्तकें राजस्थानीः धरती रो मोल, राजा रो न्याव, असल कामयाबी (बाल कथा संग्रै), च्यानणै रा जैनांण (कहाणी संग्रै), बिना लिख्योड़ी पोथी री भूमिका (व्यंग्य संग्रै), ब्याधि उच्छव (राजस्थानी व्यंग्य उपन्यास)
अनुवादः साहित्य अकादेमी के लिए रमेशचंद्र शाह के उपन्यास ‘विनायक’ का हिंदी से राजस्थानी में ‘बिनायक’ शीर्षक से अनुवाद। साहित्य अकादेमी से प्रकाशित। डॉ. मंगत बादल की साहित्य अकादेमी से पुरस्कृत राजस्थानी काव्यकृति ‘मीरां’ का हिंदी अनुवाद, डॉ. प्रेम जनमेजय के हिंदी व्यंग्य संग्रह ‘हंसो, हंसो, यार हंसो’ का राजस्थानी अनुवाद ‘हांस, हांस, यार हांस’
सम्पादनः जनकराज पारीक की चुनिंदा कहानियां, ओळमो अर दूजी कवितावां (डॉ. विद्यासागर शर्मा की राजस्थानी कविताएं) इक्कीस राजस्थानी कहानियां हिंदी एवं राजस्थानी दोनों भाषाओं में)

ISBN10-9354868886