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भारत प्राचीन काल से ही अध्यात्म, ज्ञान एवं विश्व व्यापार का प्रमुख केंद्र रहा है। प्राचीन काल से ही विभिन्न देशों से लोग भारत के बारे में जानने को उत्सुक रहे हैं और उन्होंने यहां की भाषा सीख कर भारतीय संस्कृति का गहन अध्ययन किया है भारत की एक प्रमुख भाषा हिंदी सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि विश्व के कई देशों में बहुतायत से बोली व समझी जाती हैं, निर्विवाद रूप से हिंदी भारत की संपर्क भाषा है। भारत में मीडिया और फिल्मों में तो हिंदी को प्रमुख स्थान मिला ही है, दूरदर्शन के विदेशी चैनल भी अब अपना प्रसारण हिंदी में करने लगे हैं। भारत में बहुराष्ट्रीय कंपनियों के आगमन एवं उनके उत्पादों के प्रचार-प्रसार और पर्यटन की दृष्टि से आने वाले पर्यटकों के लिए भी हिंदी का ज्ञान होना आवश्यक है। यह अनुभव किया गया कि हिंदी न जानने वाले भारतीयों के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय व्यापार एवं पर्यटकों की सुविधा के लिए एक ऐसी पुस्तक तैयार की जाए जिससे वे थोड़े समय में सहजता से हिंदी का व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त कर सकें। इस दिशा में यह पुस्तक हमारा छोटा-सा प्रयास है। इस पुस्तक में हिंदी भाषा को सुरुचिपूर्ण तरीके से अति सरल एवं सहजपूर्ण ढंग से समझाने का प्रयास किया गया है, ताकि पाठक इसे आसानी से ग्रहण कर सके। इस पुस्तक के माध्यम से कोई भी हिंदी न जानने वाला व्यक्ति केवल एक महा के अल्प समय में ही व्यावहारिक हिंदी सीख सकता है। आशा है कि यह पुस्तक हिंदी भाषी एवं विदेशों में रहने वाले हिंदी के जिज्ञासुओं को हिंदी सिखाने में बहुत ही अहम भूमिका निभाएगी।
Author | Kusum Vir |
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ISBN | 8128814443 |
Pages | 256 |
Format | Paperback |
Language | Hindi |
Publisher | Fusion Books |
ISBN 10 | 8128814443 |
भारत प्राचीन काल से ही अध्यात्म, ज्ञान एवं विश्व व्यापार का प्रमुख केंद्र रहा है। प्राचीन काल से ही विभिन्न देशों से लोग भारत के बारे में जानने को उत्सुक रहे हैं और उन्होंने यहां की भाषा सीख कर भारतीय संस्कृति का गहन अध्ययन किया है भारत की एक प्रमुख भाषा हिंदी सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि विश्व के कई देशों में बहुतायत से बोली व समझी जाती हैं, निर्विवाद रूप से हिंदी भारत की संपर्क भाषा है। भारत में मीडिया और फिल्मों में तो हिंदी को प्रमुख स्थान मिला ही है, दूरदर्शन के विदेशी चैनल भी अब अपना प्रसारण हिंदी में करने लगे हैं। भारत में बहुराष्ट्रीय कंपनियों के आगमन एवं उनके उत्पादों के प्रचार-प्रसार और पर्यटन की दृष्टि से आने वाले पर्यटकों के लिए भी हिंदी का ज्ञान होना आवश्यक है। यह अनुभव किया गया कि हिंदी न जानने वाले भारतीयों के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय व्यापार एवं पर्यटकों की सुविधा के लिए एक ऐसी पुस्तक तैयार की जाए जिससे वे थोड़े समय में सहजता से हिंदी का व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त कर सकें। इस दिशा में यह पुस्तक हमारा छोटा-सा प्रयास है। इस पुस्तक में हिंदी भाषा को सुरुचिपूर्ण तरीके से अति सरल एवं सहजपूर्ण ढंग से समझाने का प्रयास किया गया है, ताकि पाठक इसे आसानी से ग्रहण कर सके। इस पुस्तक के माध्यम से कोई भी हिंदी न जानने वाला व्यक्ति केवल एक महा के अल्प समय में ही व्यावहारिक हिंदी सीख सकता है। आशा है कि यह पुस्तक हिंदी भाषी एवं विदेशों में रहने वाले हिंदी के जिज्ञासुओं को हिंदी सिखाने में बहुत ही अहम भूमिका निभाएगी।
Language & Literature, Language Teaching Method