


पुस्तक के बारे में
समाज में अंग्रेजी भाषा की महत्ता दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। बड़ी संख्या में ऐसे लोग भी हैं जो स्नातक की डिग्री प्राप्त करने के बावजूद शुद्ध अंग्रेजी का उच्चारण नहीं कर पाते हैं। अवसर पड़ने पर अंग्रेजी बोलने में झिझक और उपयुक्त शब्दों का प्रयोग नहीं कर पाने के कारण स्वयं को तो बुरा लगता ही है, सामने वाले पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। नौकरी, काम-काज तथा दूसरे महत्त्वपूर्ण अवसरों पर अपना प्रभाव नहीं छोड़ पाते, क्योंकि उन्हें सही प्रकार से अंग्रेजी बोलना नहीं आता। आज अंग्रेजी भाषा पूरी दुनिया में बोली जाती है। हर जगह इसका महत्त्व है। इस बात को ध्यान में रखते हुए इस पुस्तक की संरचना की गयी है। सरल शब्दों में लिखी गई इस रचना को पढ़कर कामकाजी से लेकर छोटे-बड़े व्यापारी भी थोड़े अभ्यास से बेरोक-टोक अंग्रेजी का उपयोग कर सकते हैं। केवल 30 दिन में अंग्रेजी सीखाने वाली यह पुस्तक बहुत उपयोगी है। यह आपके व्यक्तित्व को बदल कर रख देगी और आपको अंग्रेजी के व्यवहारिक उपयोग में सामर्थ्य बना देगी। सीधी और सरल भाषा में अंग्रेजी सीखाने वाली यह अनोखी पुस्तक है।
लेखक के बारे में
30 दिन में फटाफट अंग्रेजी सीखिए पुस्तक से किस तरह का अंग्रेजी ज्ञान प्राप्त होगा – केवल मूल या उन्नत?
यह पुस्तक आपको अंग्रेजी की बुनियादी (मूल) से मध्यम स्तर तक की जानकारी प्रदान करेगी, जो शुरुआती लोगों के लिए एक मजबूत आधार तैयार करती है।
अंग्रेजी सीखने में सबसे बड़ी बाधा क्या होती है, और इसे कैसे दूर किया जा सकता है?
सबसे बड़ी बाधा आत्मविश्वास की कमी है। इसे नियमित अभ्यास और गलतियों से सीखकर दूर किया जा सकता है।
रोजमर्रा के जीवन में अंग्रेजी का अभ्यास करने के तरीके कौन-कौन से हो सकते हैं?
अंग्रेजी में डायरी लिखें, किताबें पढ़ें, और अंग्रेजी में सोचने की आदत डालें।
उच्चारण सुधारने के लिए कुछ आसान तरीके हैं?
ऑनलाइन फोनेटिक्स वीडियो देखें और शब्दों को सही तरीके से उच्चारित करने का अभ्यास करें।
अंग्रेजी सीखने के लिए रोज़ाना कितना अभ्यास करना चाहिए?
रोज़ाना 30-45 मिनट का अभ्यास पर्याप्त है। ज्यादा महत्वपूर्ण है कि आप निरंतरता बनाए रखें और समझे गए कॉन्सेप्ट्स को दैनिक जीवन में प्रयोग में लाएं।