51 Shreshth Vyang Rachnayen (51 श्रेष्ठ व्यंग रचनाएँ)

200.00

जब मेरी रुचि व्यंग्य क्षणिकाओं की ओर बढ़ी। नागपुर के अखबार में प्रतिदिन 4 से 6 लाइन की व्यंग्य क्षणिका का कॉलम लगभग 15 वर्षों तक चला। खनन भारती के प्रत्येक अंक में चार पृष्ठ क्रांतिकारियों पर प्रकाशित होते थे। अब ऐसा लगा क्यों न क्रांतिकारी साहित्य पर कार्य किया जाए। इस पर कार्य करने पर मुझे एक अलग आत्म संतुष्टि मिली। लगभग नौ पुस्तकें दिल्ली से प्रकाशित हुई तथा अभी कार्य जारी है।

About the Author

नाम : डॉ. राजेन्द्र पटोरिया
शिक्षा : एम.कॉम., एम.ए., एल.एल.बी., पीएच.डी., बैचलर ऑफ जर्नलिज्म, राष्ट्रभाषा रत्न ।
प्रकाशित पुस्तकें : व्यंग्य लेख, व्यंग्य क्षणिकाएं, कविता संग्रह, क्रांतिकारियों, आजादी के तराने, आजादी के गीत, जीवनी एवं अन्य विविध विषयों पर 25 पुस्तकें प्रकाशित। 5 पुस्तकों का संपादन।
पुस्तक पुरस्कार : कविता, व्यंग्य संग्रह एवं जीवनी की पुस्तकों पर महाराष्ट्र राज्य हिन्दी साहित्य अकादमी, मुंबई द्वारा पुरस्कृत।
पुरस्कार : देश-विदेश से साहित्य पत्रकारिता आदि हेतु लगभग 100 से अधिक संस्थानों द्वारा सम्मानित ।
अलंकरण : साहित्यहकी, मानवरत्न, हिन्दी विद्यारत्न |
उपलब्धियाँ : लगभग 50 शोध निबंध, 50 लेख, 200 व्यंग्य लेख, 200 कविताएं, 2000 व्यंग्य क्षणिकाएं विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित। बीस वर्ष से अधिक तक विभिन्न विषयों पर नियमित कॉलम |
पत्रकारिता : हिन्दी पत्रिका ‘खनन भारती’ के संपादक जिसने अनेकों बार अवार्ड लिए इसके विशेषांक अपनी विशिष्टता के कारण बहुत चर्चित हुए।
खेलकूद : वेटरन एथलेटिक मीट में 5.3 कि.मी. तेजचाल में तिदर्भ, इंडिया, हांगकांग, मलेशिया से स्वर्ण एवं रजक पदक ।
पूर्व हिन्दी सलाहकार सदस्य : केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, प्रोद्योगिकी मंत्रालय के दूरसंसार विभाग नई दिल्ली। महाराष्ट्र राज्य हिन्दी साहित्य अकादमी मुंबई ।

Additional information

Author

Rajendra Patoria

ISBN

9789359646756

Pages

104

Format

Paperback

Language

Hindi

Publisher

Junior Diamond

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https://www.amazon.in/dp/935964675X

Flipkart

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ISBN 10

935964675X

जब मेरी रुचि व्यंग्य क्षणिकाओं की ओर बढ़ी। नागपुर के अखबार में प्रतिदिन 4 से 6 लाइन की व्यंग्य क्षणिका का कॉलम लगभग 15 वर्षों तक चला। खनन भारती के प्रत्येक अंक में चार पृष्ठ क्रांतिकारियों पर प्रकाशित होते थे। अब ऐसा लगा क्यों न क्रांतिकारी साहित्य पर कार्य किया जाए। इस पर कार्य करने पर मुझे एक अलग आत्म संतुष्टि मिली। लगभग नौ पुस्तकें दिल्ली से प्रकाशित हुई तथा अभी कार्य जारी है।

About the Author

नाम : डॉ. राजेन्द्र पटोरिया
शिक्षा : एम.कॉम., एम.ए., एल.एल.बी., पीएच.डी., बैचलर ऑफ जर्नलिज्म, राष्ट्रभाषा रत्न ।
प्रकाशित पुस्तकें : व्यंग्य लेख, व्यंग्य क्षणिकाएं, कविता संग्रह, क्रांतिकारियों, आजादी के तराने, आजादी के गीत, जीवनी एवं अन्य विविध विषयों पर 25 पुस्तकें प्रकाशित। 5 पुस्तकों का संपादन।
पुस्तक पुरस्कार : कविता, व्यंग्य संग्रह एवं जीवनी की पुस्तकों पर महाराष्ट्र राज्य हिन्दी साहित्य अकादमी, मुंबई द्वारा पुरस्कृत।
पुरस्कार : देश-विदेश से साहित्य पत्रकारिता आदि हेतु लगभग 100 से अधिक संस्थानों द्वारा सम्मानित ।
अलंकरण : साहित्यहकी, मानवरत्न, हिन्दी विद्यारत्न |
उपलब्धियाँ : लगभग 50 शोध निबंध, 50 लेख, 200 व्यंग्य लेख, 200 कविताएं, 2000 व्यंग्य क्षणिकाएं विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित। बीस वर्ष से अधिक तक विभिन्न विषयों पर नियमित कॉलम |
पत्रकारिता : हिन्दी पत्रिका ‘खनन भारती’ के संपादक जिसने अनेकों बार अवार्ड लिए इसके विशेषांक अपनी विशिष्टता के कारण बहुत चर्चित हुए।
खेलकूद : वेटरन एथलेटिक मीट में 5.3 कि.मी. तेजचाल में तिदर्भ, इंडिया, हांगकांग, मलेशिया से स्वर्ण एवं रजक पदक ।
पूर्व हिन्दी सलाहकार सदस्य : केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, प्रोद्योगिकी मंत्रालय के दूरसंसार विभाग नई दिल्ली। महाराष्ट्र राज्य हिन्दी साहित्य अकादमी मुंबई ।
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