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लालित्य ललित हिंदी व्यंग्य जगत का चर्चित और लोकप्रिय नाम है। ऐसा नाम जिसे व्यंग्य से जुड़े लोग प्रतिदिन पढ़ते हैं। जिस तेज गति के साथ वह व्यंग्य रचनाएं करते हैं, उससे उनका एक अलग पाठक वर्ग तैयार हुआ। मौजूदा समय में शिद्दत से हास्य-व्यंग्य लेखन में समर्पित हैं। ऐसा कोई दिन नहीं जाता जिस दिन उनका व्यंग्य प्रकाशित न होता हो। व्यंग्य तो बहुत लिखा जा रहा है। लेकिन लालित्य ललित प्रतिदिन हास्य के जरिए अपने परिवेश और सामाजिक अनुभवों को अनवरत साझा कर रहे हैं जो अपने आप में महत्वपूर्ण है। यह संग्रह हास्य-व्यंग्य के प्रति उनके समर्पण को प्रतिबिंबित करता है।
इस व्यंग्य संग्रह में लालित्य ललित के ५१ श्रेष्ठ व्यंग्य हैं। इनमें से अधिकांश व्यंग्य अपने समय में काफी चर्चित और प्रसिद्ध हो चुके है। यह संग्रह उन लोगों के लिए एक बढ़िया संकलन है जो यह चाहते हैं कि लालित्य ललित के बेहतरीन व्यंग्य एक ही स्थान पर उपलब्ध हो जाएं।
Author | Lality Lalit |
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ISBN | 9789356841840 |
Pages | 352 |
Format | Paperback |
Language | Hindi |
Publisher | Diamond Books |
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Flipkart | |
ISBN 10 | 9356841845 |
लालित्य ललित हिंदी व्यंग्य जगत का चर्चित और लोकप्रिय नाम है। ऐसा नाम जिसे व्यंग्य से जुड़े लोग प्रतिदिन पढ़ते हैं। जिस तेज गति के साथ वह व्यंग्य रचनाएं करते हैं, उससे उनका एक अलग पाठक वर्ग तैयार हुआ। मौजूदा समय में शिद्दत से हास्य-व्यंग्य लेखन में समर्पित हैं। ऐसा कोई दिन नहीं जाता जिस दिन उनका व्यंग्य प्रकाशित न होता हो। व्यंग्य तो बहुत लिखा जा रहा है। लेकिन लालित्य ललित प्रतिदिन हास्य के जरिए अपने परिवेश और सामाजिक अनुभवों को अनवरत साझा कर रहे हैं जो अपने आप में महत्वपूर्ण है। यह संग्रह हास्य-व्यंग्य के प्रति उनके समर्पण को प्रतिबिंबित करता है।
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ISBN10-9356841845
Diamond Books, Books, Business and Management, Economics
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