वीर सावरकर
वीर सावरकर
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युगपुरुष वीर विनायक दामोदर सावरकर एक हिन्दुत्ववादी, राजनीतिक चिंतन और स्वतंत्रता सेनानी रहें है। अपने इन विचारों को अभिव्यक्त करने में उन्होंने कभी किसी प्रकार का संकोच नहीं किया। फलत उन्हें बार-बार भयंकर संकटों का सामना करना पड़ा, दो जन्म कारावास का दण्ड देकर पचास सौ वर्षों के लिए उन्हें अंडमान भेजन दिया गया उस समय कोई नहीं कह सकता था कि वह पुन भारत भूमि के दर्शन करेंगे, किंतु सौभाग्य से वह पुन दस वर्ष बाद भारत लौटे। अंडमान की भयंकर शारीरिक एवं मानसिक यंत्रणाएं एवं प्रताड़नाओं से भी वह विचलित नहीं हुए, सदा-सर्वदा अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रयत्नशील रहे, ध्रुवतारे के समान अटल रहे। इन्हीं वीर सावरकर की जीवन यात्रा को भवानसिंह राणा ने अपने शब्दों में समेटा है।
Additional information
Author | Bhawan Singh Rana |
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ISBN | 8128809067 |
Pages | 144 |
Format | Paperback |
Language | Hindi |
Publisher | Diamond Books |
ISBN 10 | 8128809067 |