Sale!

मुक्‍त गगन के पंक्षी

Original price was: ₹60.00.Current price is: ₹48.00.

-20%

Out of stock

Free shipping On all orders above Rs 600/-

  • We are available 10/5
  • Need help? contact us, Call us on: +91-9716244500
Guaranteed Safe Checkout

‘ ओशो द्वारा सूफी, झेन एवं उपनिषद की कहानियों एवं बोध-कथाओं पर दिए गए सुबोधगम्‍य 19 अमृत-प्रवचनों की श्रृंखला ‘बिन बाती बिन तेल’ में से संकलित पांच (16 से 19) प्रवचन।
जिसके अनुसार बुद्धों के पास तुम पंख फड़फड़ाना न सीखो तो और कुछ सीखने को वहां है भी नहीं।
यही तो प्रवचन है यही उनका संदेश है, कि तुम उड़ सकते हो मुक्‍त आकाश में। तुम मुक्‍त गगन के पक्षी हो। तुम व्‍यर्थ ही डरे हो। तुम भूल ही गए हो कि तुम्‍हारे पास पंख हैं तुम पैरों से चल रहे हो। तुम आकाश में उड़ सकते थे। थोड़ा फड़फड़ाओ ताकि तुम्‍हें भरोसा आ जाए।
ध्‍यान फड़फड़ाहट है पंखों की, उन पंखों की जो उड़ सकते हैं, दूर आकाश में जा सकते हैं

मुक्‍त गगन के पंक्षी-0
मुक्‍त गगन के पंक्षी
60.00 Original price was: ₹60.00.48.00Current price is: ₹48.00.

Mukt Gagan Ke Panchi

Additional information

Author

Osho

ISBN

8171822290

Pages

176

Format

Paper Back

Language

Hindi

Publisher

Diamond Books

ISBN 10

8171822290