Pehachan
पहचान
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कोई अपना सा बन मुझसे बिछुडता
कभी मै जलता, कभी मैं सुलगता
कभी दबा के आँसू हंस भी लेता
तो कभी हंस के उन्हें छलका लेता
अपने आप से सवालो मे खोया रहता
तो कभी सवालो से बचता फिरता
कभी घर का पता न मुझे याद रहता
तो कभी मै घर मे ही लापता रहता…….
Additional information
Author | Ritu Sharma |
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ISBN | 9789351651741 |
Pages | 96 |
Format | Paperback |
Language | Hindi |
Publisher | Diamond Books |
ISBN 10 | 9351651746 |