Divodas-HB (दिवोदास)
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पुस्तक के बारे में
दिवोदास राहुल सांकृत्यायन की एक उत्कृष्ट ऐतिहासिक उपन्यास है, जो प्राचीन भारतीय समाज, संस्कृति, और राजनीति का जीवंत चित्रण प्रस्तुत करता है। इस पुस्तक के माध्यम से पाठक उस समय की जीवन शैली, संघर्षों, और उपलब्धियों को समझ सकते हैं। सांकृत्यायन की लेखनी और शोध ने इस उपन्यास को एक कालजयी कृति बना दिया है। ‘दिवोदास’ न केवल एक ऐतिहासिक उपन्यास है, बल्कि यह प्राचीन भारतीय इतिहास और संस्कृति का महत्वपूर्ण दस्तावेज भी है। सांकृत्यायन की इस कृति ने भारतीय साहित्य में ऐतिहासिक उपन्यासों को एक नया आयाम दिया है। यह पुस्तक आज भी पाठकों के बीच लोकप्रिय है और भारतीय इतिहास और संस्कृति के अध्ययन के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है
लेखक के बारे में
हिन्दी साहित्य में महापंडित राहुल सांकृत्यायन का नाम इतिहास प्रसिद्ध और अमर विभूतियों में गिना जाता है। ये एक भारतीय साहित्यकार, इतिहासकार, तिब्बती भाषा के विद्वान और घुमक्कड़ थे। उनका असली नाम केदारनाथ पांडे था, लेकिन वे राहुल सांकृत्यायन के नाम से प्रसिद्ध हुए। उन्हें हिंदी यात्रा साहित्य का जनक माना जाता है। राहुल सांकृत्यायन का जन्म उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में पंदहा नामक गाँव में हुआ था। वे बचपन से ही जिज्ञासु और ज्ञान पिपासु थे। प्रारंभिक शिक्षा के बाद उन्होंने संस्कृत, पाली, प्राकृत, तिब्बती, और कई अन्य भाषाएँ सीखी।
राहुल सांकृत्यायन ने लगभग 150 से अधिक पुस्तकें लिखीं, जिनमें उपन्यास, यात्रा-वृतांत, निबंध, और इतिहास से संबंधित ग्रंथ शामिल हैं। उनके प्रमुख कार्यों में ‘वोल्गा से गंगा’, ‘घुमक्कड़ शास्त्र’, ‘मेरी जीवन यात्रा’ ‘दर्शन-दिग्दर्शन’ आदि शामिल हैं।इसके साथ ही उन्होंने अनेक देशों की यात्रा की और वहाँ के समाज, संस्कृति और भाषा का अध्ययन किया। उनकी तिब्बत यात्राओं ने उन्हें विशेष प्रसिद्धि दिलाई, जहाँ से उन्होंने दुर्लभ पांडुलिपियाँ और ग्रंथ संकलित किए।
क्या दिवोदास पुस्तक पौराणिक है या ऐतिहासिक?
यह पुस्तक पौराणिक और ऐतिहासिक दोनों तत्वों का संगम है।
दिवोदास पुस्तक में किन प्रमुख घटनाओं का वर्णन है?
इसमें युद्ध, सामाजिक सुधार, धार्मिक संघर्ष और दिवोदास के नेतृत्व के किस्से शामिल हैं।
क्या दिवोदास पुस्तक में धार्मिक तत्व शामिल हैं?
हां, पुस्तक में धर्म और पौराणिकता का गहरा प्रभाव दिखता है।
दिवोदास पुस्तक किस शैली में लिखी गई है?
कहानी कहने की रोचक और भावनात्मक शैली में।
दिवोदास किसका उपन्यास है?
राजा सुदास के पिता थे दिवोदास, जिनकी कथा लिखकर राहुल सांकृत्यायन ने एक प्रकार से दाशराज्ञ युद्ध की पृष्ठभूमि को प्रस्तुत किया है।
Additional information
Weight | 0.320 g |
---|---|
Dimensions | 21.59 × 13.97 × 1.2 cm |
Author | Rahul Sankrityayan |
Pages | 108 |
Format | Hardcover |
Language | Hindi |
Publisher | Diamond Books |
दिवोदास पौराणिक और ऐतिहासिक घटनाओं का अद्भुत मिश्रण है। यह पुस्तक दिवोदास नामक प्राचीन राजा की वीरता, संघर्ष और नेतृत्व की गाथा को प्रस्तुत करती है। दिवोदास के जीवन से प्रेरणा लेते हुए, यह कहानी साहस, धर्म और समाज सुधार के महत्व को उजागर करती है।
पुस्तक में प्राचीन भारत के सामाजिक और धार्मिक परिवेश को जीवंत रूप से दर्शाया गया है। सरल और रोचक शैली में लिखी गई यह गाथा हर आयु वर्ग के पाठकों को अपने साथ जोड़े रखती है।
ISBN 10 -: 9363182843
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