भारत में अकबर और बीरबल की कहानियां बहुत प्रसिद्ध और लोकप्रिय हैं। मुगल बादशाह अकबर ‘महान’ के दरबार में जो नौरत्न थे उनमें से बीरबल एक था। अपनी हाजिरजवाबी, बुद्धिमानी और चतुराई के कारण बीरबल बादशाह अकबर का सबसे अधिक विश्वासपात्र सभासद था । अकबर बादशाह की ओर से बीरबल को मिलने वाले अथाह मान सम्मान को देखकर अन्य सभासद मन ही मन में जलते थे, इसलिए वे हमेशा उसे नीचा दिखाने के लिए कुछ ना कुछ चाल चलते रहते थे।
जबकि बीरबल के रूप में अकबर ने सच्ची सहानुभूति रखने वाले दोस्त को पाया था। उनके बीच जो चतुराई भरी हास्यास्पद घटनाऐं घटीं थीं उन्हीं से भारतीय लोक कथाओं को एक समृद्धशाली विरासत मिलीं। पीढ़ी दर पीढ़ी अकबर बीरबल की ये कहानियां बच्चों के मानसिक विकास के लिए मार्गदर्शक के रूप में सुनाई जाती रही हैं। उन्हीं कहानियों में से कुछ चुनी हुई कहानियां रंगीन चित्रों के साथ यहां प्रस्तुत हैं इन रोचक कहानियों को पढ़कर बच्चों का खूब मनोरंजन होगा ऐसी उम्मीद है।
Akbar Birbal ki Prasidh Kahaniyan (अकबर बीरबल की प्रसिद्ध कहानियाँ)
₹125.00
Out of stock
Other Buying Options
भारत में अकबर और बीरबल की कहानियां बहुत प्रसिद्ध और लोकप्रिय हैं। मुगल बादशाह अकबर ‘महान’ के दरबार में जो नौरत्न थे उनमें से बीरबल एक था। अपनी हाजिरजवाबी, बुद्धिमानी और चतुराई के कारण बीरबल बादशाह अकबर का सबसे अधिक विश्वासपात्र सभासद था । अकबर बादशाह की ओर से बीरबल को मिलने वाले अथाह मान सम्मान को देखकर अन्य सभासद मन ही मन में जलते थे, इसलिए वे हमेशा उसे नीचा दिखाने के लिए कुछ ना कुछ चाल चलते रहते थे।
जबकि बीरबल के रूप में अकबर ने सच्ची सहानुभूति रखने वाले दोस्त को पाया था। उनके बीच जो चतुराई भरी हास्यास्पद घटनाऐं घटीं थीं उन्हीं से भारतीय लोक कथाओं को एक समृद्धशाली विरासत मिलीं। पीढ़ी दर पीढ़ी अकबर बीरबल की ये कहानियां बच्चों के मानसिक विकास के लिए मार्गदर्शक के रूप में सुनाई जाती रही हैं। उन्हीं कहानियों में से कुछ चुनी हुई कहानियां रंगीन चित्रों के साथ यहां प्रस्तुत हैं इन रोचक कहानियों को पढ़कर बच्चों का खूब मनोरंजन होगा ऐसी उम्मीद है।
About the Author
ISBN10-9355134401
Additional information
Author | Priyanka Verma |
---|---|
ISBN | 9789355134400 |
Pages | 376 |
Format | Paperback |
Language | Hindi |
Publisher | Junior Diamond |
Amazon | |
Flipkart | https://www.flipkart.com/akbar-birbal-ki-prasidh-kahaniyan/p/itm76d5f8e6c0dc2?pid=9789355134400 |
ISBN 10 | 9355134401 |
Related Products
Related products
Social Media Posts
This is a gallery to showcase images from your recent social posts