लेखक, रमेश चन्द्र तिवारी (1964) उत्तर प्रदेश में जनपद बहराइच के एक गाँव उमरी दहलो के निवासी हैं। वे भारतीय जीवन बीमा निगम में कार्यरत हैं। उन्होने अँग्रेजी भाषा मे कहानी, निबंध व कविताएं लिखी हैं जो बंगलौर, मुंबई, दिल्ली स्थित विभिन्न जानी-मानी पत्रिकाओं सहित पिट्सबर्ग अमेरिका स्थित सेतु पत्रिका में प्रकाशित होती रही हैं। उनकी पहली पुस्तक Snippets of Life Music (कहानी संग्रह) का प्रकाशन जनवरी, 2019 में हुआ था तथा उन्होंने अपनी दूसरी पुस्तक The Rise of Namo and New India को जनवरी, 2021 में प्रकाशित कराया। 4 मार्च, 2017 को क्राइटेरियन ने उन्हें एक प्रशस्ति पत्र भेंट करके उच्च स्तरीय कहानी लेखन के लिए पुरस्कृत किया था। वे आंग्ल भाषा में दक्षता प्रमाण पत्र से किसान महाविद्यालय बहराइच द्वारा 28 अगस्त, 2017 को सम्मानित हुए। रमेश तिवारी की पहचान केवल उनकी अँग्रेजी कृतियों से ही नहीं है बल्कि उन्होने हिन्दी साहित्य में भी उल्लेखनीय कार्य किये हैं। वस्तुतः उन्होंने अपनी साहित्यिक यात्रा सन् 1988 में हिन्दी लेखन से प्रारम्भ किया था। मध्यप्रदेश स्थित उस समय के समाचार पत्रों व पत्रिकाओं में उनकी कई कविताओं व निबंधों का मुद्रण किया था। रायपुर आकाशवाणी ने भी उनके गीतों का अपने युवावाणी में प्रसारण किया। लोक साहित्य विषय पर उनकी वार्ता समय-समय पर आकाशवाणी लखनऊ से प्रसारित होती हैं। हाल के वर्षों में उनकी दोनों पुस्तकों ने लोकप्रियता अर्जित की है।
Anushree – Kavitaen (अनुश्री – कविताएँ)
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लेखक, रमेश चन्द्र तिवारी (1964) उत्तर प्रदेश में जनपद बहराइच के एक गाँव उमरी दहलो के निवासी हैं। वे भारतीय जीवन बीमा निगम में कार्यरत हैं। उन्होने अँग्रेजी भाषा मे कहानी, निबंध व कविताएं लिखी हैं जो बंगलौर, मुंबई, दिल्ली स्थित विभिन्न जानी-मानी पत्रिकाओं सहित पिट्सबर्ग अमेरिका स्थित सेतु पत्रिका में प्रकाशित होती रही हैं। उनकी पहली पुस्तक Snippets of Life Music (कहानी संग्रह) का प्रकाशन जनवरी, 2019 में हुआ था तथा उन्होंने अपनी दूसरी पुस्तक The Rise of Namo and New India को जनवरी, 2021 में प्रकाशित कराया। 4 मार्च, 2017 को क्राइटेरियन ने उन्हें एक प्रशस्ति पत्र भेंट करके उच्च स्तरीय कहानी लेखन के लिए पुरस्कृत किया था। वे आंग्ल भाषा में दक्षता प्रमाण पत्र से किसान महाविद्यालय बहराइच द्वारा 28 अगस्त, 2017 को सम्मानित हुए। रमेश तिवारी की पहचान केवल उनकी अँग्रेजी कृतियों से ही नहीं है बल्कि उन्होने हिन्दी साहित्य में भी उल्लेखनीय कार्य किये हैं। वस्तुतः उन्होंने अपनी साहित्यिक यात्रा सन् 1988 में हिन्दी लेखन से प्रारम्भ किया था। मध्यप्रदेश स्थित उस समय के समाचार पत्रों व पत्रिकाओं में उनकी कई कविताओं व निबंधों का मुद्रण किया था। रायपुर आकाशवाणी ने भी उनके गीतों का अपने युवावाणी में प्रसारण किया। लोक साहित्य विषय पर उनकी वार्ता समय-समय पर आकाशवाणी लखनऊ से प्रसारित होती हैं। हाल के वर्षों में उनकी दोनों पुस्तकों ने लोकप्रियता अर्जित की है।
Additional information
Author | Ramesh Chandra Tiwari |
---|---|
ISBN | 9789356842595 |
Pages | 204 |
Format | Paperback |
Language | Hindi |
Publisher | Diamond Toons |
Amazon | |
Flipkart | https://www.flipkart.com/anushree-kavitaen/p/itmf5a57899b44ec?pid=9789356842595 |
ISBN 10 | 9356842590 |
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