यह पुस्तक मस्तिष्क की आधारभूत सच्चाइयों को आसान भाषा में समझाने की कोशिश है। जीवन और मस्तिष्क के आधारभूत नियमों को रोजमर्रा की सरल भाषा में समझाना पूरी तरह संभव है।मनुष्य दुखी क्यों होता है? दूसरा खुश क्यों होता है? एक मनुष्य सुखी और समृद्ध क्यों होता है? दूसरा गरीब और दुखी क्यों होता है? एक मनुष्य भयभीत और तनावग्रस्त क्यों होता है? दूसरा आस्थावान तथा आत्मविश्वासी क्यों होता है? एक मनुष्य के पास सुंदर, आलीशान बंगला क्यों होता है? दूसरा झोपड़ी में क्यों रहता है? एक मनुष्य बहुत सफल और दूसरा बुरी तरह असफल क्यों होता है? क्या आपके चेतन और अवचेतन मन में इन प्रश्नों का कोई उत्तर मिल सकता है? निश्चित रूप से मिल सकता है । इस पुस्तक का अध्ययन करने और इसमें बताई तकनीक को अमल में लाने से आप उस चमत्कारिक शक्ति को जान लेंगे, जो आपको दुविधा, दुख, उदासी और असफलता के कुचक्र से बाहर निकलने में मदद करेगी। यह चमत्कारिक शक्ति आपको मंजिल तक पहुँचने में मदद देगी, आपकी समस्याएँ सुलझाएगी, आपको मानसिक और शारीरिक बेड़ियों से स्वतंत्र करेगी। यह आपको पुनः स्वस्थ, उत्साही और शक्तिशाली बना सकती है। जब आप अपनी आंतरिक शक्तियों का प्रयोग करना सीख लेंगे, तो आप भय की कैद से स्वतंत्र हो जाएँगे और सुखमय जीवन का आनंद लेंगे।