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Arthath Ki Barsaat Tale ‘Surya’ ka Dard

150.00

जन्म तिथि 15.01.1952

आत्मकथ्य मन के आकाश में कल्पनाओं का घन जब-जब सघन होता है, जीवन का भोगा हुआ यथार्थ शब्द के रूप में बूँद बनकर सामने पड़े कोरे कागज पर बिखर जाता है, जिसकी हर बूँद में सूर्य की सतरंगी किरिणों तलें-आह! वाहः चाह, आशा/निराशा/हताशा/जीवन-धर्म/कर्म/ मर्म के बिम्ब – कविता के रूप में प्रतिबिम्बित होते रहते हैं।

कविताएं आकाशवाणी गोरखपुर से, बी0बी0सी0 हिन्दी सेवा के ‘आप की राय’ आध्यात्मिक मासिक पत्रिका ‘ज्ञानमृत’, अमृत कलश, तत्सम, हिन्दी ज्योति बिम्ब, शब्द सरोकार, अविराम, राष्ट्र धर्म, पथ की कलम, दैनिक पत्र, ‘राष्ट्रीय सहारा’, दि ग्राम टूडे, हिन्दी साप्ताहिक, देवपुरी टाइम्स, पाक्षिक पत्रिका ‘हिमकिरीटिनी’, विद्यालय के कई वार्षिकांकों में तथा अखिल भारतीय मद्धेशीय सभा की ‘स्मारिका’ में प्रसारित, प्रकाशित एवं सम्मिलित हो चुकी है।

प्रकाशित 1. ‘सिसकता सूर्य हँसता अँधेरा’ (कविता संग्रह-प्रकाशन वर्ष 2007)विमोचन डाॅ0 परमानन्द श्रीवास्तव व प्रो0 अनन्त मिश्र के कर कमलों द्वारा 17.02.2008 को।

2. ‘अर्थात् की बरसात’ (व्यंग्य-संग्रह प्रकाशन वर्ष 2008) विमोचन-माॅरीशस के राजदूत श्री मुकेश्वर चुन्नी व महाकवि पद्मविभूषण डाॅ0 गोपाल दास ‘नीरज’ एवं डाॅ0 अरूणेश ‘नीरन’ जी के कर कमलों द्वारा 05.10 2009 को।

3. ‘अर्थात् की बरसात तले ‘सूर्य’ का दर्द’ आप महानुभाव के हाथ

शीघ्र प्रकाश्य पुस्तक ‘सूर्य’ की चुप्पी (कविता संग्रह), सम्मान सरस्वती काव्य श्री 2011 सेवानिवृत्त चीफ फार्मेसिस्ट, जिला महिला चिकित्सालय, देवरिया-274001 (उ0प्र0)

Additional information

Author

Surya Narayan Gupta

ISBN

9789350830000

Pages

96

Format

Paper Back

Language

Hindi

Publisher

Diamond Books

ISBN 10

9350830000

आत्मकथ्य  मन के आकाश में कल्पनाओं का घन जब-जब सघन होता है, जीवन का भोगा हुआ यथार्थ शब्द के रूप में बूँद बनकर सामने पड़े कोरे कागज पर बिखर जाता है, जिसकी हर बूँद में सूर्य की सतरंगी किरिणों तलें-आह! वाहः चाह, आशा/निराशा/हताशा/जीवन-धर्म/कर्म/ मर्म के बिम्ब – कविता के रूप में प्रतिबिम्बित होते रहते हैं।

कविताएं आकाशवाणी गोरखपुर से, बी0बी0सी0 हिन्दी सेवा के ‘आप की राय’ आध्यात्मिक मासिक पत्रिका ‘ज्ञानमृत’, अमृत कलश, तत्सम, हिन्दी ज्योति बिम्ब, शब्द सरोकार, अविराम, राष्ट्र धर्म, पथ की कलम, दैनिक पत्र, ‘राष्ट्रीय सहारा’, दि ग्राम टूडे, हिन्दी साप्ताहिक, देवपुरी टाइम्स, पाक्षिक पत्रिका ‘हिमकिरीटिनी’, विद्यालय के कई वार्षिकांकों में तथा अखिल भारतीय मद्धेशीय सभा की ‘स्मारिका’ में प्रसारित, प्रकाशित एवं सम्मिलित हो चुकी है।

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