Product Discription
आयुर्वेद में एवं वैदिक साहित्य में ‘गर्भसंस्कार’ विषय पर वर्षों से अनुसंधन चल रहा है। पिछले कई दशकों से इस अनुसंधन का लाभ गर्भवती स्त्रिायां उठा रही हैं। ‘आयुर्वेदीय गर्भसंस्कार’ पुस्तक इसी अनुभव सिद्ध अनुसंधन का सार है। अपना शिशु सुंदर, बुद्धिमान और स्वस्थ होने के लिए क्या करना चाहिये, इस बारे में विस्तृत मार्गदर्शन किया गया है। गर्भावस्था का काल एक सुखदायी आनंदयात्रा हो और एक गुणवान एवं संस्कारी सन्तान को जन्म देने का अलौकिक अनुभव देने वाला हो, इसलिए हर गर्भवती और सन्तान प्राप्ति की आशा रखने वाले दम्पती इस पुस्तक को जरूर पढ़े।
About The Author
अभय कुलकर्णी आयुर्वेदिक चिकित्सा और जीवनशैली के क्षेत्र में सबसे प्रमुख लेखकों में से एक हैं। उन्होंने आयुर्वेद के लाभों पर गुजराती में कई किताबें लिखी हैं। वह लंबे समय से डायमंड बुक्स से जुड़े हुए हैं। वर्षों से, उनकी किताबों का कई अन्य भाषाओं में अनुवाद किया गया है। उनकी किताबों की पूरे भारत में एक बड़ी संख्या में पाठक हैं।
आयुर्वेदीय गर्भसंस्कार पुस्तक किसने लिखी है?
“आयुर्वेदीय गर्भसंस्कार” पुस्तक डॉ. बालाजी तांबे द्वारा लिखी गई है, जो आयुर्वेदिक चिकित्सा और गर्भावस्था के दौरान स्वस्थ जीवनशैली पर आधारित है।
आयुर्वेदीय गर्भसंस्कार में गर्भवती महिलाओं के लिए कौन-कौन से योगासन सुझाए गए हैं?
पुस्तक में गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष रूप से बनाए गए योगासन दिए गए हैं, जो शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं और प्रसव को सुगम बनाते हैं।
क्या आयुर्वेदीय गर्भसंस्कार में गर्भावस्था के दौरान आहार से संबंधित सलाह दी गई है?
हां, इस पुस्तक में गर्भवती महिलाओं के लिए आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से पोषण से भरपूर आहार का महत्व और सही खानपान के सुझाव दिए गए हैं।
आयुर्वेदीय गर्भसंस्कार पुस्तक का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इस पुस्तक का मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिलाओं और गर्भस्थ शिशु के स्वास्थ्य को सुधारना और मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक विकास को बढ़ावा देना है।
क्या आयुर्वेदीय गर्भसंस्कार गर्भधारण से पहले की तैयारी के लिए भी उपयोगी है?
हां, इस पुस्तक में गर्भधारण से पहले शरीर और मन को तैयार करने के लिए भी महत्वपूर्ण आयुर्वेदिक विधियों और सुझावों का वर्णन किया गया है।
क्या आयुर्वेदीय गर्भसंस्कार पुस्तक में प्रसव के बाद की देखभाल के लिए भी जानकारी है?
हां, पुस्तक में प्रसव के बाद मां और शिशु की देखभाल के लिए आयुर्वेदिक उपाय और उपचारों की भी जानकारी दी गई है।
आयुर्वेदीय गर्भसंस्कार में कौन-कौन से आयुर्वेदिक उपचारों का उल्लेख है?
पुस्तक में आयुर्वेदिक हर्बल उपचार, तेल मालिश, और प्राकृतिक चिकित्सा के अन्य तरीकों का उल्लेख है जो गर्भवती महिलाओं के लिए लाभकारी हैं।