Bharat Ke Tyohar-II (भारत के त्यौहार-II)

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किताब के बारे में

दीपावली के पावन पर्व पर दीपों की पंक्तियां प्रज्वलित कर अमावस्या के अंधकार को नष्ट करके बुराई पर अच्छाई की जीत की खुशी मनाई जाती है।

दीपावली के साथ ही चार महत्त्वपूर्ण त्योहार धनतेरस, नरक चतुर्दशी एवं गोवर्धन पूजा के जुड़ जाने से इस पर्व की प्रसन्नता और आनंद चार गुना बढ़ जाते हैं।

सुख, समृद्धि और वैभव की देवी लक्ष्मी का पूजन इस पर्व पर बड़ी श्रद्धा-भक्ति से किया जाता है।

प्रस्तुत पुस्तक में दीपावली के प्रचलित प्रसंगों और इनसे जुड़े महत्त्वपूर्ण त्योहारों की पौराणिकता को स्पष्ट रूप से प्रकट किया गया है। मनोहारी रंगीन चित्रों से सज्जित इस पुस्तक की भाषा शैली अत्यंत सरल एवं रोचक है।


भारतीय धार्मिक त्योहारों की श्रृंखला

बच्चों को भारतीय संस्कृति से रूबरू कराने और उसे रुचिपूर्ण तरीके से बच्चों के सामने प्रस्तुत करने के लिए इस श्रृंखला की पुस्तकें लिखी गई हैं। इस श्रृंखला की सभी पुस्तकें सरल भाषा और रोचक शैली में तैयार की गई हैं, ताकि बच्चों को समझने में आसानी रहे।

इस पुस्तक श्रृंखला की विशेषता

प्रस्तुत श्रृंखला की पुस्तकों में विभिन्न ग्रंथों के प्रामाणिक प्रसंगों, विद्वानों के सुझावों और कुछ माता-पिता के विचारों को भी शामिल किया गया है, जिससे बच्चों को भारतीय संस्कृति एवं त्योहारों का ज्ञान हो सके।

कैसे पढ़ें इस पुस्तक को ?

इस पुस्तक श्रृंखला को पढ़ने के लिए सहज वातावरण बनाना बहुत जरूरी है, ताकि पुस्तक पढ़ते समय बच्चे कीरोचकता भंग न हो। बच्चे को भारत की संस्कृति और त्योहारों के बारे में जानने के लिए प्रोत्साहन और प्रेरणा दें। हमेशा बात को सकारात्मक छोर पर लाकर खत्म करें। उनका आत्मविश्वास बढ़ाएं और उनको प्रोत्साहित करें ताकि वे पढ़ने की क्रिया को एंजॉय कर सकें।

माता-पिता के लिए विशेष सुझाव

• बच्चे को यह पुस्तक पढ़ने के लिए दें व उसे ऊंचे स्वर में पढ़ने के लिए कहें।
• उसकी कल्पनाशक्ति का विकास करें।
• सीखने की प्रक्रिया को रोचक तथा क्रिएटिव बनाएं।
• हर एक बच्चे की अलग-अलग क्षमता होती है-सीखने के तरीके को उसकी पसंद के अनुसार बदल दें।
• संयम रखें।
• समझाने के लिए आसान तरीका आजमाएं।
• बार-बार दोहराने से जल्दी समझ में आता है।

भारत की संस्कृति एवं त्योहारों का ज्ञान कराने वाली पुस्तक श्रृंखला

* दुर्गापूजा * रक्षाबंधन * दशहरा * होली * नवरात्र * ईद * ओणम * लोहड़ी * गणेश चतुर्थी * गुरुपर्व * पोंगल जन्माष्टमी * दीपावली * क्रिसमस * छठ पर्व

लेखक के बारे में

प्रियंका वर्मा बाल पुस्तकों की लेखिका हैं। उन्होंने बच्चों पर कई किताबें लिखी हैं। उनकी लेखन शैली बहुत ही सरल एवं समझने में आसान है। बच्चों को उनकी कहानियां बहुत पसंद हैं और वे इन्हें पूरी रुचि से पढ़ते हैं। इसके अलावा, बहुत सारे संस्करण और समीक्षाएं भी लिखी हैं। उनमें लिखने का एक जुनून है और इस कार्य को वह बेहद पसंद करती हैं।

Additional information

Weight 0.370 g
Dimensions 21.59 × 16.99 × 1.9 cm
Author

Priyanka Verma

ISBN

9789381381854

Pages

170

Format

Hardcover

Language

Hindi

Publisher

Junior Diamond

ISBN 10

9381381852

Amazon

https://amzn.in/d/0XWRPSN

Flipkart

https://www.flipkart.com/bharat-ke-tyohar-vol-2/p/itmeead0b92f5847?pid=9789381381854

भारतीय धर्मिक त्योहारों की शृंखला

बच्चों को भारतीय संस्कृति से रूबरू कराने और उसे रुचिपूर्ण तरीके से बच्चों के सामने प्रस्तुत करने के लिए इस शृंखला की पुस्तकें लिखी गई हैं। इस शृंखला की सभी पुस्तकें सरल भाषा और रोचक शैली में तैयार की गई हैं, ताकि बच्चों को समझने में आसानी रहे।

इस पुस्तक शृंखला की विशेषता

प्रस्तुत शंृखला की पुस्तकों में विभिन्न ग्रंथों के प्रामाणिक प्रसंगों, विद्वानों के सुझावों और कुछ माता-पिता के विचारों को भी शामिल किया गया है, जिससे बच्चों को भारतीय संस्कृति एवं त्योहारों का ज्ञान हो सके।

कैसे पढ़ें इस पुस्तक को?

इस पुस्तक शृंखला को पढ़ने के लिए सहज वातावरण बनाना बहुत जरूरी है, ताकि पुस्तक पढ़ते समय बच्चे की रोचकता भंग न हो। बच्चे को भारत की संस्कृति और त्योहारों के बारे में जानने के लिए प्रोत्साहन और प्रेरणा दें। हमेशा बात को सकारात्मक छोर पर लाकर खत्म करें। उनका आत्मविश्वास बढ़ाएं और उनको प्रोत्साहित करें ताकि वे पढ़ने की क्रिया को एंजाॅय कर सकें।

ISBN10-9381381852