नवरात्रा राक्षसी वृत्तियों पर दिव्य शक्ति की जीत की स्मृति में नौ दिन तक समारोहपूर्वक मनाया जाता है। इन नौ दिनों और नौ रातों में देवी के नौ दिव्य स्वरूपों का श्री एवं भक्ति के साथ पूजन-अर्चन किया जाता है। नौ दिन तक निरंतर उपवास किया जाता है। उपवास के दौरान दूध् और पफल के अलावा अन्य कोई भोजन सामग्री नहीं ली जाती। नवरात्रा का पौराणिक कथाओं से गहरा संबंध् है। पुराकाल में जब महिषासुर भूलोक, पाताललोक और स्वर्गलोक में भीषण अत्याचार करने लगा तो तीनों लोकों में सुर, नर, मुनिजन त्राहिमाम्-त्राहिमाम् करने लगे। ऐसे भीषण संकट में ‘देवी’ ने अवतरित होकर महिषासुर का संहार करके संकट का समाधन किया। प्रस्तुत पुस्तक में ‘नवरात्रा’ के त्योहार का सरल एवं सरस भाषा में मनोहारी रंगीन चित्रों के साथ वर्णन किया गया है।
Bharat Ke Tyohar Navratra Hindi (PB)
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नवरात्रा राक्षसी वृत्तियों पर दिव्य शक्ति की जीत की स्मृति में नौ दिन तक समारोहपूर्वक मनाया जाता है। इन नौ दिनों और नौ रातों में देवी के नौ दिव्य स्वरूपों का श्री एवं भक्ति के साथ पूजन-अर्चन किया जाता है। नौ दिन तक निरंतर उपवास किया जाता है। उपवास के दौरान दूध् और पफल के अलावा अन्य कोई भोजन सामग्री नहीं ली जाती। नवरात्रा का पौराणिक कथाओं से गहरा संबंध् है। पुराकाल में जब महिषासुर भूलोक, पाताललोक और स्वर्गलोक में भीषण अत्याचार करने लगा तो तीनों लोकों में सुर, नर, मुनिजन त्राहिमाम्-त्राहिमाम् करने लगे। ऐसे भीषण संकट में ‘देवी’ ने अवतरित होकर महिषासुर का संहार करके संकट का समाधन किया। प्रस्तुत पुस्तक में ‘नवरात्रा’ के त्योहार का सरल एवं सरस भाषा में मनोहारी रंगीन चित्रों के साथ वर्णन किया गया है।