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Biroo : Itihas Ke Sath Vichar-Yatra (बिरू : इतिहास के साथ विचार-यात्रा)-1
Biroo : Itihas Ke Sath Vichar-Yatra (बिरू : इतिहास के साथ विचार-यात्रा)-1
Biroo : Itihas Ke Sath Vichar-Yatra (बिरू : इतिहास के साथ विचार-यात्रा)-2

Biroo : Itihas Ke Sath Vichar-Yatra (बिरू : इतिहास के साथ विचार-यात्रा)-In Paperback

Original price was: ₹300.00.Current price is: ₹299.00.

किताब के बारे में

बिरू : इतिहास के साथ विचारयात्रा इस पुस्तक में सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक परिस्थितियों में भारत के विकास की और उसके परिणाम स्वरूप हुई विकास-यात्रा वर्णन है। बीसवीं शताब्दी के अंतिम चतुर्थांश से लेकर इक्कीसवीं सदी के प्रारम्भ के वर्षों की कालावधि में भारत में जो हुआ वो इससे पहले कभी नहीं हुआ था। इतिहास का पहिया इस समय अवधि में जितनी तेजी से घूमा उतनी तेजी से इससे पहले कभी नहीं घूमा था। इस तेजी से बदलते हुए इतिहास के एक साक्षी और कर्मयोगी के माध्यम से इस परिवर्तन की दिशा, दशा और इंसानी दायित्व को समझने का प्रयास मैंने अपनी रचना बिरू – इतिहास के साथ विचार-यात्रा’ में करने का प्रयास किया है।उपर्युक्त सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक परिस्थितियों में भारत के विकास की पृष्ठभूमि में उपन्यास के नायक बिरू की विचार-यात्रा और उसके परिणाम स्वरूप हुई विकास-यात्रा सुधी पाठकगण के सम्मुख है।
उदहारण के लिए इसी पुस्तक से : मानव-जीवन में वास्तविक विकास और सच्चा सुख तभी संभव है जब अज्ञानता का उन्मूलन हो, स्वतंत्र चिंतन को प्रोत्साहन मिले और स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के साथ लोकतांत्रिक आदर्शों का पालन हो।

लेखक के बारे में

डॉ. वीरेन्द्र कुमार शेखर आई.पी.एस (सेवानिवृत्त)
जन्म तिथि: 27-07-1957
पिता का नाम : श्री बाबू राम आई. आर.एस (सेवानिवृत्त)
शैक्षिक योग्यता : एम. एस. सी. – रसायन विज्ञान एवं एम.ए. ( राजनीति विज्ञान) रुहेलखंड विश्वविद्यालय, बरेली (यू.पी.) से किया।एम.ए.- पत्रकारिता और जनसंचार राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन विश्वविद्यालय, इलाहाबाद । पी.एच.डी. (राजनीति विज्ञान ) रुहेलखंड विश्वविद्यालय, बरेली, (उ.प्र.) से प्राप्त ।
हॉबी : मानवीय मूल्यों का संवर्धन, पर्यटन, फोटोग्राफी, पढ़ना और लिखना । पदक : राष्ट्रपति पुलिस पदक (दीर्घ एवं सराहनीय सेवाओं के लिए)। पुरस्कार : भारत सरकार द्वारा पं गोविंद बल्लभ पंत पुरस्कार लेखन हेतु ।
प्रकाशित पुस्तकें
पुलिस विज्ञान एवं कला’ खंड एक, यश प्रकाशन, नई दिल्ली, वर्ष- 2014. ‘पुलिस विज्ञान एवं कला’ खंड दो, यश प्रकाशन, नई दिल्ली, वर्ष- 2014. ‘तनाव प्रबंधन’ यश प्रकाशन, नई दिल्ली, वर्ष- 2014. ‘पीढ़ियों के वास्ते हम आप जिम्मेदार हैं’. डायमंड बुक्स, दिल्ली, वर्ष 2021. ‘क्रौंच के फिर आज देखो शर लगा है’ (ग़ज़ल संग्रह), डायमंड बुक्स, दिल्ली, वर्ष 2023. इसके अलावा भी कई पुस्तकें प्रकाशित हैं।

पुस्तक बिरू : इतिहास के साथ विचार-यात्रा किस विषय पर आधारित है?

यह पुस्तक इतिहास और विचारधारा की यात्रा पर आधारित है, जिसमें समाज और संस्कृति के विभिन्न पहलुओं को दर्शाया गया है।

पुस्तक बिरू : इतिहास के साथ विचार-यात्रा को लिखने का उद्देश्य क्या है?

इसका उद्देश्य इतिहास के गहन विश्लेषण के माध्यम से समाज और संस्कृति की नई दृष्टि प्रस्तुत करना है।

बिरू : इतिहास के साथ विचार-यात्रा पुस्तक के लेखक कौन है ?

यह पुस्तक प्रसिद्ध लेखक डॉ. वीरेंदर कुमार शेखर जी के द्वारा लिखी गई है ।

इस पुस्तक में भारत के किस समयकाल के इतिहास का वर्णन है ?

बीसवीं शताब्दी के अंतिम चतुर्थांश से लेकर इक्कीसवीं सदी के प्रारम्भ के वर्षों की कालावधि में भारत के इतिहास में हुऐ तेजी से बदलाव का वर्णन किया गया है ।

पुस्तक में लेखक ने उपन्यास को सरलता से समझने के लिए कौन-कौन से उदाहरणों को प्रस्तुत किया गया है?

उदहारण के लिए इसी पुस्तक में : मानव-जीवन में वास्तविक विकास और सच्चा सुख तभी संभव है जब अज्ञानता का उन्मूलन हो, स्वतंत्र चिंतन को प्रोत्साहन मिले और स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के साथ लोकतांत्रिक आदर्शों का पालन हो आदि जैसे उदाहरणों का सहारा लिया है।

Additional information

Weight 0.225 g
Dimensions 21.59 × 13.97 × 1.8 cm
Author

Dr. Virendra Kumar Shekhar

Pages

252

Format

Paperback

Language

Hindi

Publisher

Diamond Books

ISBN10-: 9369391878

SKU 9789369391875 Category Tags ,