चार चवन्नी की लेखिका संतोष कुंअर जी अपने पति और सुप्रसिद्ध कवि कुंवर बेचैन को यह पुस्तक समर्पित करती हैं जिसमे बच्चो के लिए के सुंदर बाल गीत हैं जो बच्चो को भाएँगी इसी पुस्तक से एक गीत यह है-:
डाल-डाल पर बोली बुलबुल
डाल-डाल पर झूली बुलबुल
बच्चों तुम बागों में जाकर
बुलबुल का गाना सुन आओ
जाल डालकर बुलबुल को तुम
कभी पकड़कर मत लाओ
पिंजरे में घबराती बुलबुल
बाहर गीत सुनाती बुलबुल
About the Author
जन्म तिथि : 15 जुलाई, 1952
जन्म स्थान : अलीगढ़, उत्तर प्रदेश
शिक्षा : एम.ए. इतिहास
पिता : श्री लक्ष्मणस्वरूप जौहरी
माता : श्रीमती ब्रजदुलारी जौहरी
संप्रति : गृहिणी, स्वतंत्र – लेखन
परिवार : पति- डॉ. कुँअर बेचैन, पुत्री श्रीमती वंदना कुँअर रायजादा, पुत्र- प्रगीत कुँअर
प्रकाशितः
1. प्यारे बच्चे प्यारे गीत (बालगीत-संग्रह)
2. हिन्दुस्तानी तीज-त्योहारों की कहानियाँ (यू.के. की प्रमुख पत्रिका ‘पुरवाई’ के अंकों में धारावाहिक रूप से प्रकाशित)
3. हरे थे पेड़ (हाइकू -संग्रह)
4. अनेक पत्र-पत्रिकाओं में बच्चों की कहानियाँ और कविताएँ प्रकाशित ।
पुरस्कार-सम्मान:
• सृजन श्री सम्मान 2008 (राष्ट्रीय बाल साहित्य सम्मान समारोह, कौसानी, अल्मोड़ा
• बाल साहित्य पर आलेख – वाचन के लिए यू.के. की गीतांजलि नामक संस्था द्वारा सम्मानित
विदेश – यात्राएँ :
यू.के., जर्मनी, फ्रांस, स्विट्ज़रलैंड, लक्समबर्ग, बेल्जियम, दुबई