Chanakya Aur Chandragupt Marathi
Chanakya Aur Chandragupt Marathi
₹150.00
In stock
Other Buying Options
सिकंदर ने पंजाब, गांधार आदि राज्यों को जीतकर उन्हें अपने अधीन कर लिया था। वहां यवन सैनिकों के अत्याचारों से लोग त्रस्त थे। चारों तरफ आतंक व्याप्त था। बहू-बेटियों की अस्मिता असुरक्षित थी। यवन पूरे भारत को जीतना चाहते थे। स्थिति बड़ी दयनीय थी। यवनों के राज्य का विस्तार पूरे भारतवर्ष में हो, यह चाणक्य जैसे आत्मसम्मानी देशभक्त के लिए असहनीय था। ऐसे में चाणक्य ने एक ऐसे बालक को शस्त्र-शास्त्र की शिक्षा देकर यवनों के सामने खड़ा किया, जो विद्वान तो था ही, साथ ही राजनीति और युद्धनीति में भी निपुण था। यही बालक चाणक्य के सहयोग से नंदवंश का नाश करके चंद्रगुप्त मौर्य के नाम से मगध का शासक बना। उसने यवनों को भारत की सरहद के पार ़कर भारतीय सभ्यता और संस्कृति की रक्षा की तथा देश में एकता व अखंडता की स्थापना की।
Additional information
Author | Rajender Pandey |
---|---|
ISBN | 9788128839498 |
Pages | 104 |
Format | Paper Back |
Language | Marathi |
Publisher | Diamond Books |
ISBN 10 | 8128839497 |
Related Products
Related products
Social Media Posts
This is a gallery to showcase images from your recent social posts