राकेश शर्मा की देसी मैनेजर भारतीय प्रबंधन की पारंपरिक रणनीतियों और तकनीकों को उजागर करती है। यह पुस्तक भारतीय सांस्कृतिक और व्यावसायिक संदर्भों में प्रभावी प्रबंधन और नेतृत्व के विषय में एक गहन दृष्टिकोण प्रदान करती है। देसी दृष्टिकोण से प्रबंधन सीखने के लिए यह एक महत्वपूर्ण पुस्तक है
About the Author
लेखक राकेश कुमार 22 वर्ष की आयु में अधिकारी बने, 37 वर्ष के लम्बे समय तक भारत के अलग-अलग प्रदेशों में प्रबंधन के विपणन, प्रशासन तथा संपदा आदि दायित्वों को निभाते रहे। देश-विदेश के श्रेष्ठ संस्थान से प्रशिक्षित राकेश, प्रबंधन के सिद्धांत और व्यवहार पक्ष को गहराई से समझते हैं। विक्रय और नेतृत्व पर उनके लेख अत्यंत लोकप्रिय रहे हैं और अन्य भाषाओं में भी अनुवाद किए गए हैं। सेवा निवृति के पाँच वर्ष पूर्व से वे राकेश कुमार मेनेजमेंट डवलपमेंट सेंटर भारतीय जीवन बीमा निगम में हजारों भारतीय प्रबंधकों की विकास यात्रा के मार्गदर्शक और सहयोगी रहे हैं। भारतीय संस्कृति में विकसित इन प्रबंधकों को वे देसी मैनेजेर कहते हैं! भारतीय परिवेश के लिए हमारी संस्कृति और आधुनिक प्रबंध न सूत्रों के समन्वय से उन्होंने एक नयी सोच विकसित की है जो भारतीय प्रबंधक की कार्य और परिवार की जिम्मेदारियों में सहज संतुलन विकसित कर उसे आगे बढ़ने में मदद देती है।
राकेश शर्मा की देसी मैनेजर किताब किस बारे में है?
यह किताब भारतीय प्रबंधन और नेतृत्व शैली पर आधारित है, जो सांस्कृतिक दृष्टिकोण से संबंधित रणनीतियों पर केंद्रित है।
मुझे राकेश शर्मा की देसी मैनेजर क्यों पढ़नी चाहिए?
यह किताब भारतीय व्यवसायों में लागू होने वाली अनूठी प्रबंधन प्रथाओं की गहरी जानकारी प्रदान करती है, जो भारतीय नेतृत्व को समझने में मदद करती है
देसी मैनेजर किताब के प्रमुख विषय क्या हैं?
किताब में नेतृत्व, भारतीय प्रबंधन शैली, सांस्कृतिक प्रभाव, और व्यवसायिक रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित किया गया है
देसी मैनेजर से नेतृत्व के कौन से सबक सीखे जा सकते हैं?
यह पुस्तक भारतीय सांस्कृतिक संदर्भ में संबंधों के निर्माण, पदानुक्रम का सम्मान, और लचीले नेतृत्व शैली की महत्ता सिखाती है।
क्या देसी मैनेजर में वास्तविक उदाहरण शामिल हैं?
हां, किताब में भारतीय व्यवसायों के केस स्टडीज़ और उदाहरण शामिल हैं, जो व्यावहारिक दृष्टिकोण प्रदान करते हैं।