Ek Soch Badal Sakti Hai Taqdeer (एक सोच बदल सकती है तकदीर)

200.00

यह पुस्तक अपनी सोच बदल कर जीवन बदलने के लिए प्रेरित करेगी। इंसान जो सोच सकता है वह कर सकता है बस उसे खुद पर विश्वास रखना होगा। इस पुस्तक में अवचेतन मन की शक्ति एवं आकर्षण के नियम के बारे में बताया गया है। इंसान अपनी आदतें एवं संगत बदल कर खुद को बदल सकता है। खुद पर विश्वास रखकर कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है। खराब किस्मत का रोना नहीं रोये ईश्वर ने हमें इंसान के रूप में जन्म दिया इससे अच्छी किस्मत क्या हो सकती है। शिकायत नहीं करें कर्म करते रहें सफलता आपके कदम चूमेगी। कोई भी चीज दो बार बनती है एक बार हमारी सोच में दूसरी बार हकीकत में। हम जैसा सोचते हैं वैसा हमारे साथ होने लग जाता है। हम अपनी सोच को बदल कर जीवन बदल सकते हैं। हम अपनी सोच को बदल कर रिश्तों को मधुर बना सकते हैं, स्वास्थ्य सुधार सकते हैं, धन को आकर्षित कर सकते हैं। यदि आप अपना जीवन बदलना चाहते हैं तो आपको जरूरत है बस अपनी सोच बदल डालने की। अभी देर नहीं हुई, आपकी एक सोच बदल सकती है तकदीर।
जीत और हार दोनों आपकी सोच पर निर्भर करती है। मान लो तो हार ठान लो तो जीत।

About the Author

लेखक सुनील कुमार खोईवाल वर्तमान में कृषि विभाग राजस्थान में अधिकारी हैं। आप युवा लेखक एवं प्रेरक वक्ता भी हैं साथ ही अनेक जनसेवा के कार्यों से जुड़े हुए हैं। आपके दो राष्ट्रीय, अन्तर्राष्ट्रीय शोध पत्र एवं बारह लेख प्रकाशित हो चुके हैं साथ ही आठ आकाशवाणी वार्ताएं प्रसारित हो चुकी हैं। आप लोगों को सकारात्मक सोच रखकर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं। आपकी लेखन कार्य में रूची है। यह आपकी दूसरी पुस्तक है। आपके लेख मुख्य पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहते हैं।

Additional information

Author

Sunil Kumar Khoiwal

ISBN

9789356846609

Pages

48

Format

Paperback

Language

Hindi

Publisher

Diamond Books

Amazon

https://www.amazon.in/dp/935684660X

Flipkart

https://www.flipkart.com/ek-soch-badal-sakti-hai-taqdeer/p/itmfbbb7668b1bc4?pid=9789356846609

ISBN 10

935684660X

यह पुस्तक अपनी सोच बदल कर जीवन बदलने के लिए प्रेरित करेगी। इंसान जो सोच सकता है वह कर सकता है बस उसे खुद पर विश्वास रखना होगा। इस पुस्तक में अवचेतन मन की शक्ति एवं आकर्षण के नियम के बारे में बताया गया है। इंसान अपनी आदतें एवं संगत बदल कर खुद को बदल सकता है। खुद पर विश्वास रखकर कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है। खराब किस्मत का रोना नहीं रोये ईश्वर ने हमें इंसान के रूप में जन्म दिया इससे अच्छी किस्मत क्या हो सकती है। शिकायत नहीं करें कर्म करते रहें सफलता आपके कदम चूमेगी। कोई भी चीज दो बार बनती है एक बार हमारी सोच में दूसरी बार हकीकत में। हम जैसा सोचते हैं वैसा हमारे साथ होने लग जाता है। हम अपनी सोच को बदल कर जीवन बदल सकते हैं। हम अपनी सोच को बदल कर रिश्तों को मधुर बना सकते हैं, स्वास्थ्य सुधार सकते हैं, धन को आकर्षित कर सकते हैं। यदि आप अपना जीवन बदलना चाहते हैं तो आपको जरूरत है बस अपनी सोच बदल डालने की। अभी देर नहीं हुई, आपकी एक सोच बदल सकती है तकदीर।
जीत और हार दोनों आपकी सोच पर निर्भर करती है। मान लो तो हार ठान लो तो जीत।

About the Author

लेखक सुनील कुमार खोईवाल वर्तमान में कृषि विभाग राजस्थान में अधिकारी हैं। आप युवा लेखक एवं प्रेरक वक्ता भी हैं साथ ही अनेक जनसेवा के कार्यों से जुड़े हुए हैं। आपके दो राष्ट्रीय, अन्तर्राष्ट्रीय शोध पत्र एवं बारह लेख प्रकाशित हो चुके हैं साथ ही आठ आकाशवाणी वार्ताएं प्रसारित हो चुकी हैं। आप लोगों को सकारात्मक सोच रखकर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं। आपकी लेखन कार्य में रूची है। यह आपकी दूसरी पुस्तक है। आपके लेख मुख्य पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहते हैं।
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