किताब के बारे में
हंड्रेड डेट्स : लघुकथाएं -: साहित्यिक माहौल में पले बढ़े, तीन बार स्नातकोत्तर निमिष अग्रवाल विभिन्न व्यवसायों से जुड़े हुए हैं और किशोरावस्था से ही लेखन, संपादन प्रकाशन से नाता रहा है। उनके उपन्यास ‘बुझे ना बुझाए’ की कामयाबी और दकियानूसों द्वारा खिंचाई से तरंगित निमिष अग्रवाल, वर्जनाएं उधेड़ने में खासा यकीन रखते हैं।मौकापरस्त, बेरहम और इश्क की दुनिया की सैर पर निकले निमिष अग्रवाल ‘हंड्रेड डेट्स’ में सौ छोटे अफसानों के बहाने, रोज़ाना फ़ना होती बहुआयामी इंसानी जिंदगी का रंगरेज़ की नज़रों से इस्तिक़बाल करते हैं।देह और मन एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। देह एन्द्रिक सुख चाहता है । भोग-विलास की लालसा को अस्वीकार करना सामान्य मनुष्य के लिए संभव नहीं है। प्यास और भूख की तरह यह जैविक आवश्यकता है। यह पानी, रोटी और वासना का त्रिकोणीय गणित है। इन्हें वश में करना बहुत कठिन है। कामिनी और कांचन का आनंद त्यागना वीतरागियों, सिद्ध योगियों के लिए भले संभव हो लेकिन एक गृहस्थ के लिए असंभव है।
हंड्रेड डेट्स : लघुकथाएं पुस्तक किस प्रकार की पुस्तक है?
यह पुस्तक लघुकथाओं का संग्रह है जो इंसानी ज़िंदगी के विभिन्न पहलुओं को उजागर करती है। जो प्रेम, जीवन और मानवीय संवेदनाओं को दर्शाती हैं।
हंड्रेड डेट्स : लघुकथाएं पुस्तक की कहानियां किस प्रकार की हैं?
ये कहानियां छोटी, संक्षिप्त और प्रभावशाली हैं, जो कम शब्दों में गहरे अर्थ प्रकट करती हैं।
हंड्रेड डेट्स : लघुकथाएं पुस्तक के लेखक कौन हैं?
हंड्रेड डेट्स पुस्तक के लेखक निमिष अग्रवाल जी हैं। वे एक साहित्यिक माहौल में पले-बढ़े लेखक हैं, जिन्होंने तीन बार स्नातकोत्तर किया है और किशोरावस्था से ही लेखन और संपादन से जुड़े हुए हैं।
इस पुस्तक की कहानियों में मुख्य रूप से कौन-कौन से विषय शामिल हैं?
इसमें प्रेम, दोस्ती, परिवार, संघर्ष, सफलता, जीवन मूल्य और सामाजिक मुद्दों से जुड़ी कहानियां हैं।
हंड्रेड डेट्स : लघुकथाएं शीर्षक का क्या अर्थ है?
यह शीर्षक अलग-अलग लघुकथाओं को दर्शाता है, जो प्रेम, रिश्तों और जीवन की जटिलताओं को उजागर करती हैं।