Ikigai (इकिगाई) + Samridhshali Jeevan Jiyein (समृद्धशाली जीवन जिएं)

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यह सेट एक कालातीत का क्लासिक संग्रह है, इसमें हिंदी के दो बेस्टसेलर पुस्तकें हैं जिन्होंने पीढ़ीयों से पाठकों को प्रेरित किया है। यह पुस्तकें ज्ञान एवं समय-परीक्षणित सिद्धांतों से भरपूर हैं। इन प्रभावशाली व्यक्तिगत विकास की पुस्तकों को अवश्य पढे़ं। इस सेट में शामिल हैं- इकिगाई + समृद्धशाली जीवन जिएं

About the Author
डेल कार्नेगी एक अमेरिकी लेखक और व्याख्याता थे. वे सेल्फ हेल्प मूवमेंट के प्रवर्तक माने जाते हैं और सेल्स, कॉर्पोरेट प्रशिक्षण, कुशल वक्तव्य और पारस्परिक कौशल में प्रसिद्ध पाठ्यक्रमों के डेवलपर थे। मिसौरी में एक खेत पर गरीबी में पैदा हुए, वह ‘हाउ टू विन फ्रेंड्स एंड इंफ्लुएंस पीपल’ (1936) के लेखक थे, जो हमेशा से ही बेस्टसेलर रही है और आज भी इसकी लोकप्रियता में कमी नहीं आई है। उन्होंने ‘हाउ टू स्टॉपिंग एंड स्टार्ट लिविंग’ (1948), ‘लिंकन द अननोन’ (1932), और कई अन्य पुस्तकें भी लिखीं। उनकी पुस्तकों में मूल विचारों में से एक यह है कि दूसरों के प्रति हमारे व्यवहार को बदलकर अन्य लोगों के व्यवहार को बदलना संभव है।

Additional information

Author

Keira Miki, Dale Carnegie

ISBN

9789355996466

Pages

236

Format

Paperback

Language

Hindi

Publisher

Diamond Books

Amazon

https://www.amazon.in/dp/9355996462

Flipkart

https://www.flipkart.com/best-self-help-books-hindi-ikigai-samridhshali-jeevan-jiyein/p/itmfe82904bbb300?pid=9789355996466

ISBN 10

9355996462

यह सेट एक कालातीत का क्लासिक संग्रह है, इसमें हिंदी के दो बेस्टसेलर पुस्तकें हैं जिन्होंने पीढ़ीयों से पाठकों को प्रेरित किया है। यह पुस्तकें ज्ञान एवं समय-परीक्षणित सिद्धांतों से भरपूर हैं। इन प्रभावशाली व्यक्तिगत विकास की पुस्तकों को अवश्य पढे़ं। इस सेट में शामिल हैं- इकिगाई + समृद्धशाली जीवन जिएं

About the Author
डेल कार्नेगी एक अमेरिकी लेखक और व्याख्याता थे. वे सेल्फ हेल्प मूवमेंट के प्रवर्तक माने जाते हैं और सेल्स, कॉर्पोरेट प्रशिक्षण, कुशल वक्तव्य और पारस्परिक कौशल में प्रसिद्ध पाठ्यक्रमों के डेवलपर थे। मिसौरी में एक खेत पर गरीबी में पैदा हुए, वह ‘हाउ टू विन फ्रेंड्स एंड इंफ्लुएंस पीपल’ (1936) के लेखक थे, जो हमेशा से ही बेस्टसेलर रही है और आज भी इसकी लोकप्रियता में कमी नहीं आई है। उन्होंने ‘हाउ टू स्टॉपिंग एंड स्टार्ट लिविंग’ (1948), ‘लिंकन द अननोन’ (1932), और कई अन्य पुस्तकें भी लिखीं। उनकी पुस्तकों में मूल विचारों में से एक यह है कि दूसरों के प्रति हमारे व्यवहार को बदलकर अन्य लोगों के व्यवहार को बदलना संभव है।