“कृष्ण, भगवान विष्णु के आठवें अवतार हैं और सभी हिन्दू भगवानों में सबसे अधिक प्रिय और पूजनीय हैं। उनकी अनगिनत लीलाएं और कथाएं खुशियों से भरी, शरारत से परिपूर्ण, आश्चर्य चकित करने वाली, ज्ञानवधर्क होने के साथ-साथ दूर-दूर तक प्रसिद्ध भी है। इन कथाओं ने हिन्दु विचारधरा, जीवन और संस्कृति को अनेक प्रकार से प्रभावित किया है।
‘कृष्ण’ में अपने युवा पाठकों के लिए भगवान कृष्ण की दो प्रसिद्ध कथाओं के माध्यम से भगवान कृष्ण की अदभुत शक्तियों को प्रस्तुत किया गया है। उनकी जन्म की कथा से यह बात प्रमाणित होती है कि किस प्रकार ईश्वर ने उनहें धरती पर अवतरित करने के लिए अनोखा खेल रचा। जबकि दूसरी कथा ‘कृष्ण और गोवधर्न पर्वत’ उनमें बचपन से मौजूद अलौकिक शक्तियों से परिचित करवाती है। हर कथा को साधरण शब्दों में कहकर पाठक-वर्ग के लिए सरल बनाने और रंगीन चित्रों के साथ प्रस्तुत करके बच्चों की सजीव कल्पनाशीलता को स्पर्श करने की चेष्टा की गई है। इन कथाओं की रोचकता और सम्पन्नता बच्चों को घंटों तक बांधे रखने में सक्षम है। “