Meri 51 Vyangy Rachnayen (मेरी 51 व्यंग्य रचनाएँ)

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20 कहानी संग्रह, 13 उपन्यास, 3 व्यंग्य संग्रह और 32 चित्र कथाऐं और प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में 1150 से अधिक कहानियां एवं व्यंग्य प्रकाशित । प्रमुख पुरस्कार : 1. भारत सरकार का प्रतिष्ठित ‘भारतेन्दु हरिशचन्द्र पुरस्कार’ रिकार्ड दो बार (वर्ष 2005 एवं 2010) 2. उत्तर-प्रदेश हिंदी संस्थान का सूर – पुरस्कार (वर्ष 2005), पं. सोहन लाल द्विवेदी पुरस्कार (वर्ष 2010) तथा अमृत लाल नागर कथा सम्मान-2013 3. उत्तर-प्रदेश हिंदी संस्थान का दो लाख रूपये का ‘बाल साहित्य – भारती’ पुरस्कार – 2018 4. रेल मंत्रालय का प्रेमचंद पुरस्कार – 2015 5. शब्द निष्ठा सम्मान 2019 6. सी. बी. टी. द्वारा आयोजित अ. भा. लेखन प्रतियोगिता – 2016 में वैज्ञानिक उपन्यास ‘रेडसन के एलियन’ को प्रथम पुरस्कार 7. अखिल भारतीय स्तर की कई कहानी प्रतियोगिताओं में प्रथम पुरस्कार 8. यूनीसेफ और सी. बी. टी. द्वारा कई रचनाएं प्रकाशित व सम्मानित 9. रेडियो एवं टी.वी. पर कई कहानियां, नाटक एवं भेंटवार्ताएं प्रसारित 10. कई अन्य संस्थाओं द्वारा सम्मानित अनुवाद : 1. उपन्यास ‘होगी जीत हमारी’ का भारत सरकार द्वारा 15 भाषाओं में प्रकाशन | 2. चित्र कथा ‘वह हंस दिया’ का विश्व की 148 भाषाओं में अनुवाद | 3. पुस्तक ‘चंदा गिनती भूल गया’ का 15 भाषाओं में प्रकाशन । 4. पुस्तक ‘सूरज की गुस्सा’, चंदामामा’ और ‘टूटा पंख’ का 10 भाषाओं में प्रकाशन । 5. उपन्यास ‘डूबा हुआ किला’ का 4 भाषाओं में अनुवाद | सम्प्रतिः पूर्व आई.आर.पी.एस. अधिकारी, आर. डी. एस. ओ (भारत सरकार)/ लखनऊ से निदेशक के पद से सेवानिवृत्ति ।

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Meri 51 Vyangy Rachnayen (मेरी 51 व्यंग्य रचनाएँ)
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20 कहानी संग्रह, 13 उपन्यास, 3 व्यंग्य संग्रह और 32 चित्र कथाऐं और प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में 1150 से अधिक कहानियां एवं व्यंग्य प्रकाशित । प्रमुख पुरस्कार : 1. भारत सरकार का प्रतिष्ठित ‘भारतेन्दु हरिशचन्द्र पुरस्कार’ रिकार्ड दो बार (वर्ष 2005 एवं 2010) 2. उत्तर-प्रदेश हिंदी संस्थान का सूर – पुरस्कार (वर्ष 2005), पं. सोहन लाल द्विवेदी पुरस्कार (वर्ष 2010) तथा अमृत लाल नागर कथा सम्मान-2013 3. उत्तर-प्रदेश हिंदी संस्थान का दो लाख रूपये का ‘बाल साहित्य – भारती’ पुरस्कार – 2018 4. रेल मंत्रालय का प्रेमचंद पुरस्कार – 2015 5. शब्द निष्ठा सम्मान 2019 6. सी. बी. टी. द्वारा आयोजित अ. भा. लेखन प्रतियोगिता – 2016 में वैज्ञानिक उपन्यास ‘रेडसन के एलियन’ को प्रथम पुरस्कार 7. अखिल भारतीय स्तर की कई कहानी प्रतियोगिताओं में प्रथम पुरस्कार 8. यूनीसेफ और सी. बी. टी. द्वारा कई रचनाएं प्रकाशित व सम्मानित 9. रेडियो एवं टी.वी. पर कई कहानियां, नाटक एवं भेंटवार्ताएं प्रसारित 10. कई अन्य संस्थाओं द्वारा सम्मानित अनुवाद : 1. उपन्यास ‘होगी जीत हमारी’ का भारत सरकार द्वारा 15 भाषाओं में प्रकाशन | 2. चित्र कथा ‘वह हंस दिया’ का विश्व की 148 भाषाओं में अनुवाद | 3. पुस्तक ‘चंदा गिनती भूल गया’ का 15 भाषाओं में प्रकाशन । 4. पुस्तक ‘सूरज की गुस्सा’, चंदामामा’ और ‘टूटा पंख’ का 10 भाषाओं में प्रकाशन । 5. उपन्यास ‘डूबा हुआ किला’ का 4 भाषाओं में अनुवाद | सम्प्रतिः पूर्व आई.आर.पी.एस. अधिकारी, आर. डी. एस. ओ (भारत सरकार)/ लखनऊ से निदेशक के पद से सेवानिवृत्ति ।

Additional information

Author

Sanjeev Jaiswal 'Sanjay'

ISBN

9789356848030

Pages

646

Format

Paperback

Language

Hindi

Publisher

Diamond Books

Amazon

https://www.amazon.in/dp/9356848033

Flipkart

https://www.flipkart.com/meri-51-vyangy-rachnayen-hindi/p/itmfa2a76446f164?pid=9789356848030

ISBN 10

9356848033