₹200.00
पुस्तक का परिचय बातों से नहीं इनकी एक कहानी ” सीमेंट का सिपाही ” के एक गद्द को पढ़ें :-
ऐसे में यह सीमेंट के ये सिपाही अपनी आंखों के सामने हरे भरे खेतों को कटते और लुटते देखने को मजबूर थे। राजेश का मन अपनी इन पुलिसिया मजबूरियों को आज भी रोज की तरह अपने दिल पर लेकर घूम रहा है। न चाहते हुए भी दिन पर दिन जर्जर कार्यप्रणाली की बढ़ती धूल के चलते वह अपनी नवचेतना से भरी चमक के साथ साथ उस कानून रुपी सीमेंट की ताकत को भी खो चूका था ठीक उस पुराने सीमेंट के खंभे की तरह जो तपती धूप, बेख़ौफ़ बारिश में इन कानून के कटीले तारों का बोझ उठाते-उठाते खुद ही थक कर, राजेश की कमर की तरह एक तरफ मुड़कर अपने ही वजन से गिरने को लगभग तैयार ही खड़ा था।
Author | Sanjay Arjoo 'Badautavi' |
---|---|
ISBN | 9789359646459 |
Pages | 16 |
Format | Paperback |
Language | Hindi |
Publisher | Diamond Books |
Amazon | |
Flipkart | |
ISBN 10 | 9359646458 |
पुस्तक का परिचय बातों से नहीं इनकी एक कहानी ” सीमेंट का सिपाही ” के एक गद्द को पढ़ें :-
ऐसे में यह सीमेंट के ये सिपाही अपनी आंखों के सामने हरे भरे खेतों को कटते और लुटते देखने को मजबूर थे। राजेश का मन अपनी इन पुलिसिया मजबूरियों को आज भी रोज की तरह अपने दिल पर लेकर घूम रहा है। न चाहते हुए भी दिन पर दिन जर्जर कार्यप्रणाली की बढ़ती धूल के चलते वह अपनी नवचेतना से भरी चमक के साथ साथ उस कानून रुपी सीमेंट की ताकत को भी खो चूका था ठीक उस पुराने सीमेंट के खंभे की तरह जो तपती धूप, बेख़ौफ़ बारिश में इन कानून के कटीले तारों का बोझ उठाते-उठाते खुद ही थक कर, राजेश की कमर की तरह एक तरफ मुड़कर अपने ही वजन से गिरने को लगभग तैयार ही खड़ा था।