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हिन्दी काव्य मंचों की प्रतिष्ठित एवं लोकप्रिय कवयित्री डॉ. कीर्ति काले किसी परिचित की मोहताज नहीं हैं। विगत तीस वर्षों से निरन्तर देश विदेश में अपने मौलिक गीतों, ग़ज़लों, छन्दों एवं अन्यान्य विधाओं की कविताओं से असंख्य श्रोताओं का दिल जीतने वाली डॉ. काले एक मात्र ऐसी कवयित्री हैं जो सभी रसों में लिखती हैं एवं मंचों से प्रस्तुत भी करती हैं। शिष्ट एवं विशिष्ट शैली में मंच संचालन करने में भी इन्हें महारथ हासिल है। प्रस्तुत पुस्तक के माध्यम से इन्होंने गद्य व्यंग्य के संसार में दृढ़तापूर्वक कदम रखा है। इनके व्यंग्य लेख विशिष्ट से लेकर जन सामान्य में लोकप्रियता प्राप्त कर चुके हैं।
Author | Kirti Kale |
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ISBN | 9789354867330 |
Pages | 636 |
Format | Paperback |
Language | Hindi |
Publisher | Diamond Books |
Amazon | |
Flipkart | https://www.flipkart.com/ottereki-vyang-sangrah/p/itm8aea069144989?pid=9789354867330 |
ISBN 10 | 9354867332 |
हिन्दी काव्य मंचों की प्रतिष्ठित एवं लोकप्रिय कवयित्री डॉ. कीर्ति काले किसी परिचित की मोहताज नहीं हैं। विगत तीस वर्षों से निरन्तर देश विदेश में अपने मौलिक गीतों, ग़ज़लों, छन्दों एवं अन्यान्य विधाओं की कविताओं से असंख्य श्रोताओं का दिल जीतने वाली डॉ. काले एक मात्र ऐसी कवयित्री हैं जो सभी रसों में लिखती हैं एवं मंचों से प्रस्तुत भी करती हैं। शिष्ट एवं विशिष्ट शैली में मंच संचालन करने में भी इन्हें महारथ हासिल है। प्रस्तुत पुस्तक के माध्यम से इन्होंने गद्य व्यंग्य के संसार में दृढ़तापूर्वक कदम रखा है। इनके व्यंग्य लेख विशिष्ट से लेकर जन सामान्य में लोकप्रियता प्राप्त कर चुके हैं।
ISBN10-9354867332
Diamond Books, Diet & nutrition