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पतंजलि योग सूत्र भाग 4 ओशो की व्याख्याओं का अंतिम खंड है, जिसमें योग के सर्वोच्च सिद्धांतों पर ध्यान केंद्रित किया गया है। इस पुस्तक में ओशो योग के अंतिम चरण, समाधि और मोक्ष की अवस्थाओं को विस्तार से समझाते हैं। ओशो की सरल भाषा और गहरी अंतर्दृष्टि योग के गहन पहलुओं को सुलभ और प्रासंगिक बनाती है। यह पुस्तक योग और ध्यान की अंतिम अवस्थाओं को जानने के इच्छुक साधकों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
पतंजलि योग सूत्र 4 पतंजलि के योग सूत्रों का अंतिम खंड है, जिसमें ध्यान, समाधि और मोक्ष की अवस्थाओं पर गहन चर्चा की गई है। ओशो की व्याख्या इन गहन विषयों को सरल और प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करती है
ओशो मोक्ष को आत्मा की पूर्ण स्वतंत्रता और आत्म-ज्ञान की अवस्था के रूप में परिभाषित करते हैं। यह वह स्थिति है जहां साधक संसार के सभी बंधनों से मुक्त होकर परम शांति और आनंद का अनुभव करता है।
हां, पतंजलि योग सूत्र 4 ध्यान और समाधि की गहरी अवस्थाओं पर केंद्रित है। ओशो इन अवस्थाओं की व्याख्या करते हैं, जो साधक को योग के अंतिम लक्ष्य—मोक्ष—तक पहुंचने में मदद करती हैं।
ओशो की व्याख्या पारंपरिक टीकाओं से हटकर आधुनिक जीवन के संदर्भ में योग के गहन सिद्धांतों को सरल और स्पष्ट बनाती है। उनकी शैली साधकों को योग के अंतिम चरणों को समझने में मदद करती है।
समाधि योग का अंतिम लक्ष्य है, जहां साधक अपने वास्तविक स्वरूप को पहचानता है। ओशो इसे आत्म-ज्ञान और मोक्ष प्राप्त करने की अवस्था के रूप में प्रस्तुत करते हैं, जो योग का सर्वोच्च फल है।
इस खंड का मुख्य उद्देश्य साधकों को योग की अंतिम अवस्थाओं, जैसे समाधि और मोक्ष, को समझाना और उन्हें इन अवस्थाओं तक पहुंचने के मार्गदर्शन देना है। ओशो इसे आत्मिक विकास का अंतिम चरण मानते हैं
ओशो के अनुसार, मोक्ष ध्यान, आत्म-अनुशासन और समाधि की गहन अवस्थाओं के माध्यम से प्राप्त होता है। यह अवस्था संसार के बंधनों से मुक्त होकर आत्मा की पूर्ण स्वतंत्रता का अनुभव है
Weight | 560 g |
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Dimensions | 22.86 × 15.31 × 3 cm |
Author | Osho |
ISBN | 8184191340 |
Pages | 144 |
Format | Paperback |
Language | Hindi |
Publisher | Fusion Books |
ISBN 10 | 8184191340 |
पतंजलि योग-सूत्र ‘योग दि अल्फा एंड दि ओमेगा’ शीर्षक से ओशो द्वारा अंग्रेजी में दिए गए सौ अमृत प्रवचनों में से तृतीय प्रवचनों में से चतुर्थ बीस प्रवचनों का हिंदी अनुवाद।
ISBN10-8184191340