Call us on: +91-9716244500

Free shipping On all orders above Rs 600/-

We are available 10am-5 pm, Need help? contact us

Sale!

Path Ka Paap (पथ का पाप)

Original price was: ₹150.00.Current price is: ₹149.00.

पुस्तक के बारे में

रांगेय राघव हिंदी के उन विशिष्ट और बहुमुखी प्रतिभावाले रचनाकारों में से हैं जो बहुत ही कम उम्र लेकर इस उम्र इस संसार में आए, लेकिन अल्पायु में ही एक साथ उपन्यासकार, कहानीकार, निबंधकार, आलोचक, नाटककार, कवि, इतिहासवेत्ता तथा रिपोताज लेखक के रूप में स्वयं को प्रतिस्थापित कर दिया, साथ ही अपने रचनात्मक कौशल से हिंदी की महान सृजनशीलता के दर्शन करा दिए। ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि पर जीवनीपरक उपन्यासों का ढेर लगा दिया। विशिष्ट कथाकार के रूप में उनकी सृजनात्मक संपन्नता प्रेमचंदोत्तर रचनाकारों के लिए बड़ी चुनौती बनी।
अगर हम बात करे उनके उपन्यास ‘पथ का पाप’ की वो एक कालजयी रचना में से एक है। अपनी अनेकों कृतियों की तरह ही उन्होंने अपने इस उपन्यास के लिए भी उन्होंने ग्रामीण परिवेश को ही आधार बना क्र लिखा है। उन्होंने अपने इस उपन्यास में स्वाधीन भारत के ग्रामीण जीवन में आये बदलाव के साथ-साथ धार्मिक रूढ़ियों का बड़ा ही मार्मिक और यथार्थ चित्रण किया है।

u0022पथ का पापu0022 का मुख्य विषय क्या है?

यह पुस्तक मानव जीवन में मार्गदर्शन, नैतिकता और पाप के विचारों का अध्ययन करती है। यह उस यात्रा का वर्णन करती है जिसमें व्यक्ति अपने कर्मों के परिणामों को समझता है।

क्या u0022पथ का पापu0022 किसी विशेष धार्मिक या दार्शनिक परंपरा पर आधारित है?

हां, यह पुस्तक नैतिकता, धर्म और जीवन के विभिन्न पहलुओं के बीच संबंध को समझाने का प्रयास करती है।

क्या u0022पथ का पापu0022 पुस्तक प्रेरणादायक है?

हां, यह पाठकों को अपने जीवन में सही और गलत के बीच चयन करने के लिए प्रेरित करती है और अपने कर्मों की जिम्मेदारी लेने का संदेश देती है।

क्या u0022पथ का पापu0022 में कोई विशेष कहानी है?

हां, इसमें कई कहानियाँ और दृष्टांत शामिल हो सकते हैं जो नैतिकता और पाप के विभिन्न पहलुओं को उजागर करते हैं।

क्या u0022पथ का पापu0022 पुस्तक को पढ़ने से पाठक को कोई विशेष लाभ होगा?

यह पुस्तक पाठकों को अपने कर्मों की गहराई से सोचने और उनके परिणामों को समझने में मदद कर सकती है, जिससे वे जीवन में बेहतर निर्णय ले सकें।

क्या u0022पथ का पापu0022 में कोई आध्यात्मिक संदेश है?

हां, इसमें कर्मों के फल, आत्मा की शुद्धता और नैतिकता के महत्व पर ध्यान केंद्रित किया गया है।

क्या u0022पथ का पापu0022 पुस्तक किसी पाठ्यक्रम का हिस्सा है?

यह पुस्तक विभिन्न शैक्षणिक और आध्यात्मिक पाठ्यक्रमों में उपयोगी हो सकती है, खासकर नैतिकता और दार्शनिकता के अध्ययन में।

Additional information

Weight 150 g
Dimensions 21.59 × 13.97 × 0.7 cm
Author

Rangeya Raghav

ISBN

9789359643274

Pages

96

Format

Paperback

Language

Hindi

Publisher

Diamond Books

Amazon

https://www.amazon.in/dp/9359643270

Flipkart

https://www.flipkart.com/path-ka-paap-hindi/p/itm053353c5a48a8?pid=9789359643274

ISBN 10

9359643270

“पथ का पाप” एक भावनात्मक और विचारशील पुस्तक है जो जीवन के जटिल संघर्षों और मानवीय भावनाओं की गहराई को उजागर करती है। यह कहानी उन लोगों की है जो अपनी इच्छाओं और नैतिकता के बीच द्वंद्व का सामना करते हैं। लेखक ने इस कृति में पथ पर आने वाली बाधाओं और उनसे निपटने के तरीकों का वर्णन किया है। यह न केवल एक दिलचस्प कथा है, बल्कि पाठकों को अपने जीवन में नैतिक निर्णय लेने के लिए प्रेरित करती है। अपने अनूठे दृष्टिकोण और गहराई के कारण, यह पुस्तक हर व्यक्ति के लिए एक आवश्यक पठन है।

ISBN: 9359643270 ISBN10-9359643270

SKU 9789359643274 Categories , , , Tag